(बीजापुर) बीजापुर में बथुकम्मा उत्सव की रंगारंग धूम - विक्रम मंडावी ने बिखेरा उत्साह

  • 29-Sep-25 01:44 AM

0 माँ बथुकम्मा हमारी संस्कृति और परंपराओं का जीवंत प्रतीक - विक्रम मंडावी
बीजापुर, 29 सितंबर (आरएनएस)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नवरात्रि के पावन अवसर पर माँ बथुकम्मा उत्सव ने सांस्कृतिक रंग बिखेरे। इस बार उत्सव को और खास बनाया बीजापुर के लोकप्रिय विधायक विक्रम मंडावी ने, जिन्होंने अपने दो दिवसीय भोपालपटनम दौरे में 80 गाँवों के 250 से अधिक माँ बथुकम्मा पूजा स्थलों का दौरा किया। उन्होंने माँ बथुकम्मा का आशीर्वाद लिया और समुदाय के साथ उत्सव की खुशियों में शरीक हुए।



तेलंगाना की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक माँ बथुकम्मा उत्सव अब बीजापुर की पहचान बन चुका है। इस उत्सव में महिलाएँ और युवतियाँ पारंपरिक परिधानों में सजकर गुनुगु, तंगेडु और चमंती जैसे रंग-बिरंगे जंगली फूलों से माँ बथुकम्मा की खूबसूरत रचनाएँ बनाती हैं। ये शंकु आकार की रचनाएँ प्रकृति और जीवन की देवी माँ बथुकम्मा को समर्पित होती हैं। गाँव की गलियों में लोकगीतों और तालियों की थाप के साथ सामूहिक नृत्य ने उत्सव को जीवंत किया। महिलाओं और युवतियों ने विधायक मंडावी का आरती उतारकर स्वागत किया, जिससे उत्सव की रौनक दोगुनी हो गई।
विधायक मंडावी ने अपने दौरे में हर गाँव में उत्साह के साथ हिस्सा लिया। उन्होंने माँ बथुकम्मा से क्षेत्र की सुख-समृद्धि की प्रार्थना की और ग्रामीणों के साथ उत्सव की खुशियाँ साझा कीं। इस अवसर पर विधायक विक्रम मंडावी ने कहा,
माँ बथुकम्मा उत्सव हमारी संस्कृति और परंपराओं का जीवंत प्रतीक है। यह प्रकृति के प्रति कृतज्ञता और समाज में महिलाओं की सशक्त भूमिका को दर्शाता है। बीजापुर में इस उत्सव का बढ़ता दायरा हमारी सांस्कृतिक एकता और सामाजिक सौहार्द का प्रतीक है।
माँ बथुकम्मा उत्सव में हर वर्ग के लोग उत्साहपूर्वक शामिल हुए। पुरुष, महिलाएँ, बच्चे और बुजुर्ग सभी ने मिलकर इसे यादगार बनाया। फूलों से सजी बथुकम्मा को जलाशयों में विसर्जित करने की परंपरा प्रकृति के प्रति सम्मान और जीवन के चक्रीय स्वरूप को दर्शाती है। भोपालपटनम क्षेत्र में कई गाँवों में देर रात तक गीत और नृत्य का दौर चला।
बीजापुर में माँ बथुकम्मा का बढ़ता प्रभाव तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक मेलजोल का शानदार उदाहरण है। विधायक विक्रम मंडावी के सक्रिय योगदान ने इस उत्सव को और व्यापक बनाया है। यह उत्सव स्थानीय समुदायों को एकजुट करने के साथ-साथ क्षेत्र की सांस्कृतिक विविधता को भी समृद्ध कर रहा है।
इस दौरे में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लालू राठौर, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़म, पूर्व जिला पंचायत सदस्य बसंत राव ताटी, सुरेंद्र चापा, कामेश्वर गौतम, सरिता चापा, पूर्व जनपद अध्यक्ष निर्मला मरपल्ली, पूर्व जनपद उपाध्यक्ष मिच्चा मुतैया, रमेश पामभोई, तलांडी इस्तारी, के.जी. सत्यम, सुरेंद्र सोड़ी, मोहित चौहान, सुनील उद्दे, अरुण वासम सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल रहे।
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