
(बेमेतरा) बरसात में कीचड़ से सनी राहें, खेतों के मेढ़ों से गुजर कर स्कूल पहुंच रहे बच्चे
- 09-Jul-25 02:20 AM
- 0
- 0
बेमेतरा, 09 जुलाई (आरएनएस)। बेमेतरा जिले के सुरूंगदाहरा गांव में बसे बचपन की शिक्षा अब भगवान भरोसे है। गांव की शासकीय प्राथमिक शाला तक पहुंचने के लिए स्कूली बच्चों को हर दिन करीब डेढ़ किलोमीटर कीचड़ और फिसलन भरे खेतों की मेढ़ों से गुजरना पड़ता है। रास्ता नहीं, सुविधा नहीं—लेकिन पढ़ाई जारी है। बच्चों की यह रोजमर्रा की चुनौती न केवल उनकी सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि प्रशासन की उदासीनता पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। स्कूल जाने वाले मासूमों की यह दुश्वारी कोई नई नहीं, परन्तु दुखद पहलू यह है कि उनकी परेशानी को सुनने और समझने वाला कोई नहीं। बच्चों के अभिभावकों ने कई बार स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाई, लेकिन जब हर दरवाज़ा बंद मिला तो अब उन्होंने हालात को ईश्वर की इच्छा मानकर छोड़ दिया है। स्थिति सिर्फ प्राथमिक शाला तक ही सीमित नहीं है। मिडिल और हाई स्कूल के लिए दाढ़ी या कोदवा तक जाने वाले छात्र-छात्राओं को भी इसी तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। गांव में मौजूद पुल तो बना दिया गया, लेकिन उसका एप्रोच रोड वर्षों से अधूरा पड़ा है। नतीजा—बच्चे, ग्रामीण, बुजुर्ग सभी बरसात में फिसलन भरे रास्तों पर जान जोखिम में डालकर सफर करते हैं। यह हालात न सिर्फ विकास की पोल खोलते हैं, बल्कि यह सवाल भी उठाते हैं—क्या गांव के बच्चों को शिक्षा का अधिकार सिर्फ कागज़ों तक ही सीमित रह गया है?
000
Related Articles
Comments
- No Comments...