(बोकारो)कृषि के साथ किसान मत्स्य पालन का भी कार्य करें- निदेशक डीपीएलआर

  • 06-Feb-25 12:00 AM

मत्स्य विभाग ने मत्स्य पालन को लेकर जिला स्तरीय कार्यशाला का किया आयोजनबोकारो 6 फरवरी (आरएनएस)। कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग झारखंड सरकार अंतर्गत मत्स्य निदेशालय रांची द्वारा जिला स्तरीय कार्यशाला जिला मत्स्य कार्यालय परिसर में संपन्न हुआ। कार्यशाला मत्स्य किसान प्रशिक्षण केंद्र बोकारो की ओर से आयोजन किया गया था। कार्यशाला के मुख्य अतिथि निदेशक डीपीएलआर मेनका उपस्थित हुई। उनके द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला शुभारंभ किया गया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य झारखंड राज्य के साथ-साथ जिले के मत्स्य किसानो को अधिक से अधिक मत्स्य पालन से जोड़ सके तथा उक्त सभी किसानों को स्पाइन उपलब्ध कराया जा सके। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग मत्स्य पालन कर अपनी जीवकोपार्जन कर सके।मत्स्य बीज उत्पादकों को संबोधित करते हुए उपनिदेशक मत्स्य विभाग रांची संजय कुमार गुप्ता ने कहा कि सरकार के द्वारा मत्स्य पालन के लिए कई अवसर देकर योजनाओं को धरातल पर उतारने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने आगे कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मत्स्य पालन कर आर्थिक स्थिति में सुधार लाए। मत्स्य विभाग से जुड़कर अन्य लोगों को भी जोड़कर लाभ दिलाए और इसे अपनी आमदनी भी बढ़ाएं।डीपीएलआर मेनका ने कहा कि जिला स्तरीय कार्यशाला में आने वाले सभी मत्स्य किसान कार्यशाला में बताए जा रहे बात को ध्यानपूर्वक सुनना है तथा उक्त बातों को अपने अपने क्षेत्रों में जाकर इसको लागू करना है। उन्होंने आगे बताया कि मत्स्य किसानों का उत्पादन कैसे बढ़े इसपर भी आप लोग ज्यादा से ज्यादा जानकारी लीजिए और ज्यादा से ज्यादा पूछिए जो भी किसानो को मछली पालन करने में कठिनाई आ रही है। उक्त सभी बातों की जानकारी लीजिए ताकि आगे जाकर आप लोगों को सुधार किया जा सके। साथ ही अपने क्षेत्र के सभी मत्स्य किसानों के साथ-साथ मछली पालन से जुड़े हुए व्यक्ति को भी बताएं। इस मौके पर मत्स्य विभाग के मत्स्य बीज उत्पादकों के साथ समीक्षा भी किया गया।निदेशक डीपीएलआर मेनका ने कहा कि मत्स्य पालन कृषि कार्य की तरह ही है। कृषि के साथ किसान मत्स्य पालन का भी कार्य करें और अपनी आमदनी को बढ़ाए। साथ ही कहा कि मत्स्य पालन से रोजगार भी बढ़ाए। उन्होंने आगे कहा कि मछली पालन में आप सभी आपस में प्रतियोगिता करें, ताकि इसमें और बढ़ावा मिल सके। जिला मत्स्य पदाधिकारी पी भार्गवी ने अपने संबोधन में कहा कि मत्स्य विभाग के द्वारा कृषकों को कई प्रकार के लाभ देकर मत्स्य पालन से जोडऩे का प्रयास जारी है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में बने जलाशयों का उपयोग सही ढंग से हो सके। उन्होंने उपस्थित लाभुको को जल संचय के प्रति भी जागरूक किया ताकि भू- गर्भ जलस्तर बढे और तालाबों में भी सालों भर पानी ठहरे, जिससे मत्स्य पालन में बढ़ोतरी हो। उन्होंने पहलीबार मछली पालन करने वाले किसानों से कहा कि मछली पालन करने से पूर्व प्रशिक्षण जरूर प्राप्त कर लें। ताकि किसी भी किसान को उत्पादन करने के कठिनाई नहीं हो। किसान विभागीय योजनाओं के साथ मिल रही सब्सिडी का लाभ लें। उन्होंने मछली उत्पादन में सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम में जिले के सभी प्रखंडों के मत्स्य बीज उत्पादक सहित मत्स्य किसान शामिल हुए।मौके पर उपनिदेशक मत्स्य विभाग रांची संजय कुमार गुप्ता एवं प्रशांत कुमार दीपक, जिला मत्स्य पदाधिकारी पी भार्गवी, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ मनोज मनी, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी अंजली रॉय, डीडीएम नाबार्ड फिल्मों बिलुंग, एलडीएम, जिला मत्स्य प्रसार पदाधिकारी राजीनी गुप्ता सहित अन्य उपस्थित थे।




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