(बोकारो)साहित्यलोक की रचनागोष्ठी में साहित्यकारों ने दिखाई अपनी रचनात्मक प्रतिभा
- 18-Dec-23 12:00 AM
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बोकारो 18 दिसंबर (आरएनएस)। विवाह पंचमी के अवसर पर रविवार की शाम चर्चित साहित्यिक संस्था साहित्यलोक की मासिक रचनागोष्ठी वरिष्ठ साहित्यकार विजय शंकर मल्लिक सुधापतिÓ के सेक्टर 8 स्थित आवास पर आयोजित हुई। कवयित्री नीलम झा की अध्यक्षता व साहित्यलोक के संयोजक अमन कुमार झा के संचालन में आयोजित इस रचनागोष्ठी की शुरुआत अरुण पाठक द्वारा प्रशस्ति वाचन व मिथिला वर्णन गीत की सुमधुर प्रस्तुति से हुई। पिछले दिनों हजारीबाग में बोकारो के साहित्यकार विजय शंकर मल्लिक सुधापतिÓ को त्रिवेणीकान्त ठाकुर भाषा साहित्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, उस समारोह पढ़े गये प्रशस्ति वाचन को आज की गोष्ठी में श्री पाठक ने प्रस्तुत किया। सभी साहित्यकारों ने इस सम्मान के लिए सुधापति जी को बधाई दी। तत्पश्चात् कवि राजीव कंठ ने अपनी मैथिली सभ सं पैघ काजÓ व बेवस सूरजÓ, सतीश चन्द्र झा ने अस्तित्वÓ व हमर आखरि शब्दÓ, मुकेश कुमार सिंह ने स्कूलों में प्लस टू में नन स्कूलिंग की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण बच्चों की घटती संख्याÓ, अमन कुमार झा ने मैथिली नाटक के अंश, विजय शंकर मल्लिक ने सत्य की शक्तिÓ व सुधापतिक सलाहÓ, शंभु झा ने शैलजा झा की कविता सांस्कृतिक स्वांगÓ, नीलम झा ने हिन्दी कविता ऐसा ही होगाÓ व मैथिली कविता प्राणनाथ के पत्रÓ सुनाकर सबकी प्रशंसा पाई। डॉ सन्तोष कुमार झा (कोलकाता) ने ऑनलाइन इस रचनागोष्ठी में धारदार मैथिली कविता सुनाकर सबकी वाहवाही ली। गोष्ठी में साहित्यालंकार स्व विजय नारायण मिश्र, प्रवासीजी व की जीवनी पर दिल्ली से ऑनलाइन वरिष्ठ साहित्यकार गिरिजा नंद झा अद्र्धनारीश्वरÓ ने प्रकाश डाला। वहीं हाल ही में दिवंगत हुए बोकारो के संगीतज्ञ सूर्यनरायण झा को श्रद्धांजलि देते हुए वरिष्ठ शिक्षाविद तुलानंद मिश्र ने संगीत के क्षेत्र में उनके योगदान को याद किया।
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