(बोकारो) झारखंड में 93.4 प्रतिशत बच्चे मानते हैं वायु प्रदूषण को खतरा

  • 20-Nov-23 12:00 AM

-बाल अधिकार सप्ताह के दौरान बच्चे स्वच्छ हवा में सांस लेने के लिए पैदल यात्रा कीबोकारो 20 नवंबर (आरएनएस)। बच्चों पर वायु प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों और विशेष रूप से सर्दियों के दौरान मृत्यु दर और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में वृद्धि के बारे में चिंतित होकर झारखंड की आर्थिक राजधानी धनबाद के लगभग 300 से अधिक बच्चे स्वच्छ हवा में सांस लेने के अपने अधिकार की वकालत करते हुए सड़कों पर उतर आए।बाल अधिकार सप्ताह के उपलक्ष्य में स्वच्छ हवा में सांस लेने के अपने अधिकार का एक शक्तिशाली संदेश देने के लिए बीते 17 नवंबर की सुबह सैकड़ो बच्चे शांतिपूर्ण सैर के लिए एक साथ धनबाद की सड़को पर आए।स्वच्छ हवा में सांस लेने के अपने अधिकार की तलाश में एक अनोखे शो में स्कूली बच्चे, कॉलेजों के युवा और बाल अधिकार आधारित संगठन स्वच्छ हवा में सांस लेने के अपने मौलिक अधिकार की वकालत करते हुए शांतिपूर्ण सैर के लिए सड़कों पर उतरे।इस पहल का उद्देश्य बच्चों की भलाई के लिए स्वच्छ हवा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और स्वस्थ वातावरण में बड़े होने के उनके अधिकार पर जोर देना था।इन छोटे बच्चों ने वायु गुणवत्ता के मुद्दों के समाधान के लिए सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए एक प्रतीकात्मक यात्रा शुरू की। इस शांतिपूर्ण पदयात्रा के माध्यम से बच्चों ने बताया कि स्वच्छ हवा तक पहुंच केवल एक विशेषाधिकार नहीं, बल्कि उनका मौलिक अधिकार है। जिसे सुरक्षित रखा जाना चाहिए।जानकारी के अनुसार बीते 17 नवंबर को धनबाद में लगभग 300 से अधिक बच्चे वॉक फॉर क्लीन एयर के लिए एक साथ आए। प्रारंभिक बिंदु स्वामी विवेकानंद इंटर कॉलेज महुदा था। जबकि, अंतिम बिंदु महुदा पुलिस स्टेशन था।धनबाद के स्कूल यथा स्वामी विवेकानंद इंटर कॉलेज, रवि महतो स्कूल, डीएवी महुदा और कई अन्य सरकारी स्कूल के बच्चों ने भाग लिया। इसके अलावा निजी स्कूलों के साथ-साथ स्वाभिमान, महुदा महिला एसएचजी जैसे संगठन वॉक फॉर क्लीन एयर का हिस्सा थे।




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