(बोकारो) मानव सेवा को समर्पित एक संगठन - चिन्मय एलुमिनाई एसोशियेसन
- 19-Dec-23 12:00 AM
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-हर एक चेहरे पर मुस्कान लाना हमारी प्राथमिकता- सोनाली गुप्ता बोकारो 19 दिसंबर (आरएनएस)। आधुनिक भारत के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी, समाज सेवी क्रांतिद्रष्टा एवं महानतम वेदांती परम पूज्य गुरुदेव स्वामी चिन्मयानंद महाराज का एक ही ध्येय था कि संसार के अधिकतम मनुष्य को अधिकतम समय के लिए अधिकतम सुख प्रदान करना जिसके वे अधिकारी है । इसी उद्देश्य से ंिचन्मय मिशन की उन्होंने स्थापना की और उनके अनुयाई इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सतत प्रयत्नशील रहते हैं । परम पूज्य गुरुदेव के इसी सपना को साकार करने के लिए बोकारो चिन्मय विद्यालय के सचिव महेश त्रिपाठी के पहल पर बोकारो में रह रहे इस विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्रों ने सन् 2012 में इस संगठन की स्थापना की। तब से सतत् इस संगठन के सदस्य निरंतर बोकारो एवं आस-पास के क्षेत्रों में दीन-दुखी एवं असहाय जरूरतमंद लोगों की सेवा करते आ रहो हैं।नर सेवा ही नारायण सेवा है इस संगठन की संयोजिका सोनाली गुप्ता ने कहा कि हमारे सचिव महेश त्रिपाठी की उत्कृष्ट इच्छा थी कि चिन्मय विद्यालय के छात्र न केवल शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में अव्वल आवे बल्कि एक भारतीय एवं मानव होने के नाते उनका यह परम कर्तव्य हो कि वे मानवता के प्रति समर्पित हो दीन दुखी, असहाय, दिव्यांग सभी की सेवा करे तभी उनकी शिक्षा पूरी समझी जाएगी, तभी उनका। जीवन भी पूर्ण समझा जाएगा । राष्ट्र और मानवता के प्रति हमारा भी दायित्व बनता है समाज के अंतिम पायदान पर खड़े असहाय जनों के आंसू पोछें जाएॅ। उनके चेहरे पर मुस्कुराहट हो । सन 2012 से निरंतर यह संगठन लोक सेवा में लगा रहा है खासकर कोविड के समय में इस संगठन ने तो अति उल्लेखनीय काम किया था । अबतक जो इसके नियमित सेवा कार्य हैं वे इस प्रकार हैंनियमित रक्तदान शिविर का विद्यालय में आयोजन (नि:शुल्क)नियमित नेत्र एवं दंत जांच (निशुल्क)मानव सेवा आश्रम में नियमित राशन की आपूर्तिवृद्ध आश्रम में नियमित पूरे साल भर सब्जी की आपूर्तिस्वच्छता पखवाड़ाआशालता में नियमित फल मिठाई का वितरणचिन्मय स्माइल बैक की मदद से योग्य परंतु गरीब छात्रों को शिक्षा उपलब्ध करवानाजाड़े में फुटपाथ पर रह रहे लोगों को एवं रामकृष्ण मिशन आश्रम में कमल -वितरण। इसके अतिरिक्त अन्य अल्लेखनीय कार्य इस संगठन ने किया है ।वह इस प्रकार हैंकोविड के समय में जरूरतमंदों को नियमित राशन, दवाई, फल ,सब्जी आदि की आपूर्ति तथा चिकित्सा की व्यवस्था उपलब्ध करवाई गयीमानव सेवा आश्रम को गीजर दिया गयावृद्ध आश्रम में रूम हीटर दिया गयासमय-समय पर जिस भी संगठन ने सहायता मांगी उन्हे सहायता दी गयीप्राचार्य सूरज शर्मा ने कहा कि चिन्मय विद्यालय का उद्देश्य केवल बेहतरीन टेक्नोक्रेट , डॉक्टर सिविल सर्वेंट ही तैयार करना नहीं है बल्कि एक संपूर्ण मानव तैयार करना है जो अपने के साथ-साथ देश एवं समाज का भी ध्यान रखें और हमेशा सेवा के लिए तत्पर रहें। इस दृष्टि को यह संगठन धरातल पर बड़े ही कुशलता से उतार रहा है। मेरी शुभकामना संगठन के साथ है। मुझे पूरा विश्वास है कि यह संगठन मानव सेवा क्षेत्र में एक अग्रणी संगठन होगा अधिक से अधिक जन इसके प्रयास से लाभान्वित होगेंइस संगठन की संरचना इस प्रकार हैरंजीत (अध्यक्ष) शशिकांत (उपाध्यक्ष) अभिषेक सिंह (कोषाध्यक्ष)। अन्य स्थाई सदस्य सोनाली गुप्ता (संयोजक) सैवाल गुप्ता, संजीव मिश्रा ,अभिषेक मिश्रा ,प्राजंली, डॉ0 अम्बरीष, सोनी, कुमार शिल्पी, मनीष कुमार (सचिव) डॉ0 पल्लव ,सुमन सौरव प्रशांत विपुल , राहुल सिंह, नेहा अवतार, श्रेया टैंक, सोमा तिवारी, जूही पांडेय, ललित उरांव, प्रवीण , दिवाकर दत्ता, मुकेश अग्रवाल , राजीव कुमार , हरीश तपारिया, वेंकट, अमित कुमारप्रतिवर्ष 24 दिसंबर को होता है वार्षिक सम्मेलन । इस संगठन का प्रतिवर्ष चिन्मय विद्यालय में 24 दिसंबर को वार्षिक संगठन होता है जिसमें देश-विदेश में रह रहे चिन्मय विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र भाग लेते हैं उनकी सीधी भागीदारी होती है उन्हें भी इस संगठन से जोड़ा जाता है और राष्ट्र सेवा में भी वे अपना योगदान देते हैं।
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