(बोकारो) 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा में चिन्मय मिशन के स्वामिनी संयुक्तानंद सरस्वती होगी शामिल
- 18-Jan-24 12:00 AM
- 0
- 0
विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने किया आमंत्रित एवं सम्मानित।निर्मल महाराज बोकारो 18 जनवरी (आरएनएस)। चिन्मय विद्यालय, बोकारो के प्रांगण में चिन्मय मिशन, बोकारो, की आवासीय आचार्या स्वामिनी संयुक्तानंद सरस्वती को 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले प्रभु श्री राम जी की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने का निमंत्रण प्राप्त हुआ है।चिन्मय विद्यालय में विश्व हिंदू परिषद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बोकारो एवं बजरंग दल के पदाधिकारी ने स्वामिनी संयुक्तानंद सरस्वती को प्रभु श्री राम जी के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने के लिए निमंत्रण दिया एवं सम्मानित किया।इस अवसर पर परम पुज्य स्वामिनी ने कहा कि मेरे प्रभु श्रीराम एवं परम पूज्य गुरुदेव स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती जी का आशीर्वाद है कि प्रभु श्री रामजी के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के शुभ अवसर पर मुझे आमंत्रित किया गया। पिछले 500 सालों के लंबे संघर्ष के बाद अयोध्या में प्रभु श्री राम अपने मंदिर में विराजमान हो रहे हैं। मैं अपने आप को धन्य मानती हूं कि मुझे भी रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर प्राप्त हुआ है। प्रभु श्री राम हम सभी के आराध्य हैं । हम सभी पर उनकी विशेष कृपा है कि हम सभी इस घड़ी में स्वयं प्रत्यक्ष रूप से इस शुभ अवसर को देख पा रहे हैं।स्वामिनी जी ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद ने इस शुभ घड़ी के लिए आंदोलन को मुकाम तक पहुंचने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है और हमारे परम पूज्य गुरुदेव स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती विश्व हिंदू परिषद के संस्थापक सदस्यों में थे। स्वामिनी जी ने सभी संतो और कार सेवकों के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए कहा कि इन्होंने राम मंदिर आंदोलन में अपनी निष्ठा से, भक्ति भाव से अपने प्राणो की आहुति दे दी। वे सभी पूजनीय है।सनातनी अपने परिवार के साथ अयोध्या अवश्य जाऐपरम पूज्य स्वामिनी जी ने आग्रह करते हुए कहा कि हर सनातनी परिवार को अपने परिवार के साथ अयोध्या जाकर प्रभु श्री राम जी के दर्शन अवश्य करने चाहिए। 22 जनवरी को विश्व स्तर पर सभी चिन्मय मिशन केंद्र एवं चिन्मय विद्यालय में विशेष भक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। सभी सनातनी 22 जनवरी को अपने घरों में प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के दिन को विशेष रूप से मनाए एवं घरों में दीप प्रज्वलित कर भक्ति भाव में भक्ति संगीत का आनंद लें । भगवान श्री राम ने कभी भी किसी से ऊंच- नीच का भेद नहीं किया, उन्होंने माता सबरी के झूठे बेर खाएं, निषाद राज केवट को गले लगाकर मित्र भी बनाया। प्रभु श्री राम अनुशासन के कारण ही मर्यादा पुरुषोत्तम राम बने। उनकी हर लीला को जीवन में अनुकरण करना चाहिए।पुरा विश्व राममय हो गया हैअयोध्या के साथ-साथ पूरे भारत एवं विश्व राममय हो गया है। इस शुभ घड़ी का इंतजार हम सभी पलके बिछाकर कर रहे थे। आज निमंत्रण एवं सम्मान समारोह के अवसर पर चिन्मय विद्यालय के सचिव- महेश त्रिपाठी, प्राचार्य- सूरज शर्मा , विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष सुभाष नेत्रगांवकर, विश्व हिंदू परिषद बोकारो के अध्यक्ष संतोष कुमार, मंत्री- संजीव कुमार, विभागीय सह- मंत्री राजेश दुबे, कार्याध्यक्ष- विश्व हिंदू परिषद के हरेराम पोद्दार, विभागीय कार्यवाहक- धीरेंद्र गोप, संघ कार्यकर्ता - रमन झा, अजीत पांडे- संयोजक बजरंग दल, पुनीत दोषी, सुप्रिया चैधरी, संजीव सिंह, रजनीश चैधरी, रणधीर नारायण, रागिनी मिश्रा, अंजनी एवं अन्य शिक्षक उपस्थित थे।
Related Articles
Comments
- No Comments...