(बोकारो/रांची)रन फॉर जीरो हंगर की ओर ईएसएल के बढ़ते कदम

  • 02-Oct-23 12:00 AM

-ईएसएल परिवार के 250 से अधिक लोगों ने ईएसएल वॉकथॉन में भाग लिया-ईएसएल ने गांधी जयंती, शास्त्री जयंती, स्वच्छता अभियान मनाया और जीरो हंगर जैसे नेक काम के लिए पदयात्रा कीबोकारो/रांची 2 अक्टूबर (आरएनएस) गांधी जयंती और शास्त्री जयंती के शुभ अवसर पर, ईएसएल ने एक यादगार वॉकथॉन कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें ईएसएल परिवार के 250 से अधिक उत्साही प्रतिभागियों ने भाग लिया और स्वास्थ्य, शांति और सामुदायिक एकता के मूल्यों को बढ़ावा दिया। ईएसएल वॉकथॉन एक ऐसा माध्यम था जिससे वेदांता ईएसएल ने कई सराहनीय कार्यों में योगदान दिया।यह कार्यक्रम महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री और उनके अहिंसा और सादगी के दर्शन के लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि थी। वेदांता ईएसएल स्टील लिमिटेड द्वारा आयोजित ईएसएल वॉकथॉन, सुबह 7:00 बजे नया मोड़ चौक पर शुरू हुआ और सुबह 8:30 बजे शास्त्री चौक पर समाप्त हुआ। वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन (वीडीएचएम) का जोश ईएसएल वॉकथॉन में भी देकने को मिला जहाँ लोगों ने बड़े ही उत्साह के साथ स्टील स्ट्रांग, रन लॉन्गÓ का नारा लगाया, जिससे अन्य सभी साथी प्रतिभागियों की ऊर्जा दुगनी हो गई।इस कार्यक्रम में रवीश शर्मा (सीओओ, ईएसएल), आनंद दुबे (सीएफओ, ईएसएल), खिरोद कुमार बारीक (डिप्टी सीएचआरो, ईएसएल), वेंकटेशन राजमनिकम (सीएचएसईओ, ईएसएल) और विजय सिंधु (सीएसओ, ईएसएल), अनृत्त मुखर्जी (डायरेक्टर – सेंट्रल इंजीनियरिंग, ईएसएल) उपस्थित रहे। साथ ही आशीष रंजन (प्रमुख सीएसआर, पीआर और ईआर, ईएसएल), संजय सिन्हा (एसोसिएट जीएम्, पीआर और ईआर, ईएसएल) अनल कुमार (सुरक्षा अधिकारी, बीएसएल) और सुनील श्रीवास्तव, (कैंटीन प्रभारी और व्यवस्थापक, बीएसएल) भी इस नेक काम के लिए आगे आए।इस अवसर पर रवीश शर्मा (सीओओ, ईएसएल) ने कहा, जीरो हंगर हमारे सामूहिक दृष्टिकोण का प्रतीक है, जहां प्रत्येक व्यक्ति को पुष्टिकर आहार का दान करने का सौभाग्य मिलता है। हम मिलकर इस दृष्टिकोण को इसे वास्तविकता में बदल सकते हैं, महात्मा गांधी की शाश्वत विरोधक और अटल संकल्प की अद्भुत संभावना का साक्षर है, साथ ही, लाल बहादुर शास्त्री के कार्य एक दुखद स्मृति का कार्य करते हैं, जो उनकी प्रतिबद्धता, ईमानदारी और अटल समर्पण का एक गहरा संकेत देते हैं। हमारे उत्कृष्टता की पुरस्कृति के लिए उनके नेतृत्व से प्रेरणा लें और एक बेहतर भविष्य की ओर काम करें। इस अवसर पर आनंद दुबे (सीएफसी ईएसएल) ने कहा गांधी जयंती और शास्त्री जयंत याद दिलाते हैं कि नेतृत्व को शक्ति से नहीं, बल्कि सत्य, सादगी और अहिंसा के सिद्धांतों से परिभाषित किया जाता है। हम ईएसएल में प्रभावी नेतृत्व की आधारशिला के रूप में सादगी, अखंडता और समर्पण का जश्न मनाते हैं। एक नेता ने हमें आजादी दिलाई और दूसरे ने हमें बताया कि उस स्वतंत्रता के साथ कैसे काम किया जाए, भूख को मिटाने के लिए हमारा समर्पण हमारे सिद्धांतों, मिशन और वैश्विक प्रभावकों के रूप में कर्तव्य से आग्रह करता है कि आइए उन सभी लोगों को जीविका प्रदान करने के प्रयास में एकजुट हों जो हम कर सकते हैं। इस पहल के पीछे प्रेरक शक्ति, वेदांता ईएसएल स्टील लिमिटेड ने इस आयोजन को एक शानदार सफलता बनाने के लिए शामिल होने वाले सभी प्रतिभागियों, स्वयंसेवकों और स्थानीय अधिकारियों की हार्दिक सराहना की। आयोजन के दौरान सभी सुरक्षा उपायों और स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का सावधानीपूर्वक पालन किया गया, जिससे पूरे वॉकथॉन में सभी प्रतिभागियों की सुरक्षा सुनिश्चित तौर पे ध्यान रखा गया।गांधी जयंती, शास्त्री जयंती, जीरो हंगर के लिए वॉकथॉन और स्वच्छता अभियान ने समुदाय पर स्थायी प्रभाव छोड़ा है, जो एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण में स्वच्छता, एकता और शारीरिक फिटनेस के महत्व की अहमियत बताता है। इस कार्यक्रम ने उनके आदर्शों को श्रद्धांजलि अर्पित की और लोगों को स्वच्छ और स्वस्थ भारत को बढ़ावा देने के लिए परिवर्तन का एजेंट बनने के लिए प्रेरित किया।




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