(बोकोरो)राज्य सरकार और केंद्र सरकार बीर बलिदानियों के इतिहास को भूलने और मिटाने का प्रयास कर रही है

  • 05-Nov-23 12:00 AM

निर्मल महाराज बोकारो 5 नवंबर (आरएनएस)। आजादी की लड़ाई में बलिदान देने वाले वीर पुरुषो के परिवारों ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार जिस तरह से बीर बलिदानियों के इतिहास को भूलने और मिटाने का प्रयास कर रही है जिसकी बलिदानी से आज देश आजाद हुवा है उन बलिदानियों का न सम्मान सरकार की ओर से मिल पाता है और न उनके परिवारों का कोई सुध ली जाती है 15 नवम्बर झारखंड स्थापना दिवस मनाया जाता है झारखंड आंदोलन कारियो को राज्य सरकार चिन्हित कर सम्मान के साथ पेंशन दिया जा रहा है और जो देश के लिए शहीद हो गए उनका नाम भी गुमनाम होते जा रहा है सरकार उन्हें याद करना भी मुनासिब नहीं समझती है ।स्वतंत्रता सेनानी के कुछ परिवार चिन्हित है कुछ स्वंत्रता सेनानी परिवार के लोग राज्य सरकार के चक्कर लगा रहे है शहीद परिवारों के सूची में नाम के लिए लेकिन सरकार उस पर ध्यान नहीं दे रही है।आज सभी बीर क्रांतिकारी परिवार के लोग सरकार को प्रेस के माध्यम से जगाने का कार्य कर रहा हु। बीर शहीद क्रांतिकारी के परिवारों का भी हक है जो सरकार से मिलना चाहिए उसके लिए लगातार आंदोलन के माध्यम से सरकार के बीच रखेंगे ।झारखंड स्थापना दिवस के दिन स्वतंत्रत संग्राम की लड़ाई में बलिदान होने वाले परिवारों को भी सरकार समान दे। इसके लिए राज्यपाल के पास एकदिवसीय उपवास कार्यक्रम शहीद परिवारों के द्वारा किया जायेगा ।आज सरकार से कई मांग हम स्वतंत्रता सेनानी परिवारों का है जो निम्नलिखित है ।1...15 नवंबर झारखंड स्थापना दिवस के दिन शहीद परिवारों को राज्य सरकार द्वारा सम्मानित किया जाय2... जिस तरह से विधायक सांसद जनप्रतिनिधि को शिक्षा स्वास्थ्य बिजली पानी यात्रा भत्ता राजधानी में रहने की आवास व्यवस्था है सरकार को स्वतंत्रता सेनानी परिवारों के लिए भी करना चाहिए।3 वीर शहीद सपूतों के वंशज जो वंशज है लेकिन चिन्हित कर राज्य सरकार के सूची में नहीं है उनको जिले को उपायुक्त से जांच कराकर सहिद परिवारों को सरकार की सूची में शामिल किया जाए।4 राजनीति क्षेत्र में भी परिवारों को जनप्रतिनिधि के रूप में सामने लाया जाना चाहिए5.. स्वतंत्रता सेनानी आयोग का गठन हो आयोग का अध्यक्ष मेंबर स्वतंत्रता सेनानी परिवार के लोग शामिल किया जाय।6...स्वतंत्रता सेनानी परिवार को पेंशन के साथ-साथ कई एक सरकारी योजना का लाभ उनको निशुल्क मिले।7... स्वतंत्रता सेनानी के गांव का आदर्श ग्राम घोषित कर पूर्ण रुप से विकास हो8... जिन शहीदों के नाम से पार्क हॉस्पिटल यूनिवर्सिटी एयरपोर्ट तो है कई शाहिद गुमनाम है उनका भी नाम और प्रतिमा राज्य ही नही देश के अंदर स्थापित हो।9... झारखंड में स्वतंत्रता संग्राम की बड़ी लड़ाई है जिसकी पहचान भारतीय मानचित्र पर होली चाहिए थी आज झारखंड की पूरी स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई गुमनाम है उसे भारतीय मानचित्र पर बच्चों के बीच शिक्षा के माध्यम से राज्य सरकार को लाना चाहिए।.10. स्वतंत्रता सेनानी परिवारों को सरकारी सुविधा निशुल्क हो आयोग और बोर्ड निगम में भी इन स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के परिवारों को जगह दिया जाए।फ्रेश कॉन्फ्रेंस में वार्ता करते हुए 1857 स्वतंत्रता संग्राम के नायक सही जय मंगल पांडे के वंशज सच्चिदानंद पांडे जी 1857 स्वतंत्रता संग्राम के नायक शहीद शेख भिखारी के वंशज से शेख इंतिशाम अली जी 1857 स्वतंत्रता संग्राम के वीर शहीद नीलमभर पीतांबर के वंशज कोमल खरवार क्रांतिकारी भगवान बिरसा मुंडा के वंशज1857 स्वतंत्रता संग्राम के वीर शहीद टिकैत उमराव के वंशज अमित सिंह जी जीतराम बेदिया के वंशज ने भी प्रेस संबोधित कर सरकार से मांग की




Related Articles

Comments
  • No Comments...

Leave a Comment