(भाजपा)मोदी ने ग्वालियर की सभा में ज्योरादित्य सिंधिया के सामने कहा कि यहां कोई विकास नहीं हुआ - रागिनी नायक

  • 03-Oct-23 12:00 AM

-मोदी जी ने एक बार फिर से खोला झूठ का पिटारा -भाजपा को जब वोट बटोरना होता है, तो वह पिछड़ा वर्ग का राग अलापने लगते हैंभोपाल, 03 अक्टूबर (आरएनएस)। मोदी जी एक बार फिर से मध्य प्रदेश में अपना झूठ का पिटारा लेकर आए हैं। मोदी की सियासत का अदना सा फसाना है बस्ती भी जलानी है और मातम भी मानना है। अभा कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डॉ. रागिनी नायक ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि मैं सबसे पहले सामाजिक न्याय की बात सेे शुरुआत करती हूं मोदी जी ने ग्वालियर की सभा में कहा कि चंबल क्षेत्र में सामाजिक न्याय नहीं हुआ। लेकिन मैं सबसे सामाजिक न्याय की सबसे बड़े विरोधी नरेंद्र मोदी से सीधा सवाल करती हूं। ज़ब आपको प्रधानमंत्री की कुर्सी नजर आती है, चुनाव आते हैं तब आप पिछड़े वर्ग के हो जाते हैं। जब आपको वोट बटोरने होते हैं तो पिछड़े वर्ग के हो जाते हैं। जब पिछड़े वर्ग को प्रतिनिधित्व देने की बात आती है तब सामाजिक न्याय का, जातिगत जनगणना का, पिछड़ों के उत्थान का अपमान करने में एक क्षण भी नहीं लगाते। आप जातिगत जनगणना का विरोध कर जात-पात मैं बांटना चाह रहे इस देश को मोदी जी।उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जी कह रहे हैं कि जितनी आबादी उतना हक अगर ओबीसी की 50 प्रतिशत आबादी है तो देश के रिसोर्ससे पर राष्ट्र के बजट में 5 प्रतिशत कंट्रोल क्यों है? राहुल गांधी जी ने यह सवाल उठाया के गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के 90 सचिव हैं, जिनमें से केवल तीन ओबीसी क्यों है? उन्होंने महिला आरक्षण की बात करते हुये कहा कि पिछड़े वर्ग की महिलाओं को अलग से आरक्षण क्यों ना मिले? जब तक आपके साथ जदयू की सरकार थी बिहार में जाति जनगणना होने के बाद भी आंकड़े सामने नहीं आए थे मोदीजी। जैसे ही आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस की सरकार आती है वह आंकड़े सामने आ जाते हैं। तो बहुत बड़ा पिछड़ा वर्ग, दलित और आदिवासी सभी आपसे पूछते हैं कि मु_ी भर उद्योगपतियों की कठपुतली ये सरकार हमें हमारा हक कब देगी?ÓÓ इसी बात से आप डरते हैं तो आपको सामाजिक न्याय की बात करने का कोई अधिकार नहीं।डॉ. रागिनी नायक ने कहा कि जब 2006 में माननीय अर्जुन सिंह जी 27 प्रतिशत ओबीसी के लिए आरक्षण लाते हैं तो उसे सामाजिक न्याय कहते हैं। थोडे समय के लिए कांग्रेस की सरकार बनी थी तो कमलनाथ जी ने ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने काम करती हैं, उसे सामाजिक न्याय कहते हैं। कांग्रेस के चार मुख्यमंत्री है ओबीसी के देश में उसमें से तीन पिछड़ा वर्ग में आते हैं, उसे सामाजिक न्याय कहते हैं। मोदी जी को इंडिया नाम से इन्हें नफरत होने लगी है, गठबंधन के 11 मुख्यमंत्री में से छह मुख्यमंत्री सामाजिक न्याय की बात करते हैं। मोदी जी शर्म आनी चाहिए आपको कि 10 प्रदेशों में मुख्यमंत्री में से केवल एक पिछड़े वर्ग का है।कामर्शियल सिलेण्डर की कीमत में 209 रूपये की वृद्धिअभा कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. रागिनी नायक ने पत्रकार वार्ता में कहा कि हिन्दुओं के त्यौहार का महीना आए और भाजपा सरकार पेट पर लात न जमाए, कामर्शियल सिलेन्डर के दाम न बढ़ाए, थाली से खाना और चेहरे से खुशी न छीनती जाए ये कैसे हो सकता भला? एक तरफ लाडलीÓ बहनों को 450 रूपये का सिलेन्डर देने की घोषणा करते हैं शिवराज सिंह जी और दूसरी दूसरी तरफ कमर्शियल सिलेंडर पर 209/- रूपये बढ़ा देती है। और प्रमाण देती है कि शिवराज जी की जुबान की कोई कीमत नहीं। उनके द्वारा किया जा रहा हर वादा हर घोषणा सिर्फ चुनावी जुमला है। और 450 का वादा असल में 420 सी (चार सौ बीसी) हैं। आज मैं ताल ठोक के पूछना चाहती हूँ कि कमर्शियल का इस्तमाल कौन करता है?उन्होंने कहा कि छोटे व्यवसाय चलाने वाला व्यक्ति, रेहड़ी-ठेला-खोमचे चलाने वाला व्यक्ति, ढाबा-होटल चलाने वाला व्यक्ति-ऐसे 21 लाख लोग मप्र में हैं। छोटे व्यवसायिक व्यवसायिओं से व्यापारियों से क्या दुश्मनी है आपकी मोदी जी, जऱा स्पष्ट करें 1 और ये भ्रम फैलाना बंद करें कि सिलेंडर का दाम बढ़ाने से आम आदमी पर असर नहीं पड़ेगा। जो आम आदमी, गरीब आदमी इन ठेलो-रेहडियों ढाबों पर 20 रूपये में रोटी सब्जी खाता था, उसे अब तीस रूपये देने पड़ेगे। कोई लेगा कोई नहीं लेगा और इससे इनके व्यापार पर असर पड़ेगा क्योकि लागत बढ़ेगी। जो आप बेरोजगार नौजवानों को नाली की गैस पर पकोड़ा तलने का ज्ञान देते थे, अब तो वो बेचारे पकौड़ा भी नहीं तल पाएंगे। आप 200 रुपये कम करते हैं और फिर 209 रूपये बढ़ा देते हैं। लगता है ये जो फर्जी स्वच्छता अभियान आप चलाते हैं, आज गांधी जयंती है आप गांधी जी के ऐनक को अपनाते हैं, लेकिन नजरिया नहीं। कूड़ा डालते भी खुद है और फिर सफाई करते है। तो जो धूल इक्कठी होती है उसे लोगों की आँखो में झोंकने का काम करते हैं।




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