(भिलाई) सेल और एनटीपीसी के संयुक्त उपक्रम एनएसपीसीएल ने की स्थापना

  • 23-Sep-25 01:50 AM

भिलाई, 23 सितम्बर (आरएनएस)। सेल और एनटीपीसी के संयुक्त उपक्रम एनएसपीसीएल ने भिलाई इस्पात संयंत्र के मरोदा-1 जलाशय में 15 मेगावाट क्षमता का फ्लोटिंग (तैरता) सौर विद्युत संयंत्र स्थापित किया है। मंगलवार को छत्तीसगढ़ के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ते हुए इस सौर विद्युत संयंत्र का सफलतापूर्वक शुभारम्भ किया गया। शुभारंभ के दौरान इसकी क्षमता का परीक्षण भी किया गया और सुखद परिणाम भी सामने आया। उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथियों द्वारा पूजा-अर्चना कर शिलापट्ट का अनावरण किया गया तथा आकाश में गुब्बारे छोड़कर व वृक्षारोपण द्वारा पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। बता दें इस परियोजना की परिकल्पना मुख्य महाप्रबंधक (पावर फैसिलिटीज) एवं निदेशक (एनएसपीसीएल) राजीव पांडेय द्वारा की गई थी। इसे बीएसपी के तात्कालीन कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) एवं निदेशक (एनएसपीसीएल) डॉ. अशोक कुमार पंडा द्वारा स्वीकृति प्रदान करते हुए इस परियोजना को आगे बढ़ाया। इस 15 मेगावाट फ्लोटिंग सौर विद्युत संयंत्र परियोजना के लिए समझौता ज्ञापन 9 मई 2024 को हस्ताक्षरित हुआ था व इस परियोजना का शिलान्यास 30 जून 2024 को किया गया। मेसर्स माधव इंफ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड और मेसर्स क्वांट सोलर के सहयोग से यह 80 एकड़ जल क्षेत्र में बना यह सोलर प्लांट 15 मेगावाट क्षमता का फ्लोटिंग सौर विद्युत संयंत्र 111.35 करोड़ रुपए की लागत से 80 एकड़ जल क्षेत्र में निर्मित किया गया है। यह हर वर्ष लगभग 34.25 मिलियन यूनिट स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन करेगा। समस्त ऊर्जा का उपयोग भिलाई इस्पात संयंत्र की आंतरिक आवश्यकताओं के लिए होगा, जिससे संयंत्र में प्रतिवर्ष 28,400 टन कार्बन डाईऑक्साइड उत्सर्जन में कमी और 0.23 लाख टन कोयले की बचत होगी। यह परियोजना जलाशय में जल वाष्पीकरण को भी कम करेगी तथा स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर सृजित करेगी।




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