
(भीनमाल) निजी विद्यालय संचालक का अपमान नहीं सहेगा स्कूल शिक्षा परिवार
- 04-Oct-25 12:37 PM
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= माणकमल भंडारी =
भीनमाल, 04 अक्टूबर (आरएनएस)। राजस्थान में प्राईवेट स्कूलों के सबसे बड़े संगठन स्कूल शिक्षा परिवार के भरतपुर मामले में प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत स्थानीय ब्लॉक के निजी विद्यालय संचालकों ने जिलाध्यक्ष विक्रमसिंह राठौड़ धानसा एवं ब्लॉक अध्यक्ष मांगीलाल देवासी के नेतृत्व में उपखण्ड़ प्रशासन को पुलिस महानिदेशक के नाम एक अत्यंत गंभीर, संवेदनशील और शिक्षा व्यवस्था की गरिमा से जुड़ा ज्ञापन सौंपा।
यह ज्ञापन पुलिस थाना खेरली मोड़ भरतपुर के एसएचओ द्वारा एक निजी विद्यालय संचालक हैप्पी मॉडर्न सिनीयर सैकण्डरी स्कूल बाछरैन जिला भरतपुर के संस्था प्रधान लवकुश शर्मा के साथ किए गए गैर कानूनी, अपमानजनक और अमानवीय व्यवहार के विरोध में सौंपा गया। टीसी (स्थानांतरण प्रमाण पत्र) जैसे सिविल मामले में पुलिस द्वारा विद्यालय में हस्तक्षेप करना न केवल कानून की अवहेलना है, बल्कि शिक्षक समुदाय के आत्मसम्मान पर भी सीधा प्रहार है, जो समाज को दिशा देने का कार्य करता है। संगठन का आरोप है कि बिना किसी वैध कानूनी आदेश के विद्यालय संचालक को धमकाया गया एवं उसके साथ मारपीट भी की गई। जबरन थाने ले जाकर धारा 151 में बंद किया गया । यह सब उस स्थिति में जब संचालक ने नियमानुसार टीसी देने की प्रक्रिया अपनाई थी। यह घटना न्याय, मानवाधिकार और लोकतंत्र की मूल भावना के विरुद्ध है। संबंधित एसएचओ के सेवा रिकॉर्ड में प्रतिकूल टिप्पणी दर्ज की जाए। उन्हें भविष्य में फील्ड पोस्टिंग से वंचित किया जाए।
उनका रेंज से बाहर स्थानांतरण किया जाए। टीसी जैसे सिविल मामलों में पुलिस हस्तक्षेप पर स्थायी रोक लगाने हेतु स्पष्ट निर्देश जारी किए जाएं। जिलाध्यक्ष विक्रमसिंह राठौड़ धानसा ने कहा कि शिक्षक समाज को गढ़ता है, डरता नहीं। यदि हमें डराकर चुप कराया जाएगा। तो यह केवल एक व्यक्ति का अपमान नहीं, बल्कि पूरे शिक्षा जगत की आत्मा को चोट पहुँचाना है। हम चुप नहीं बैठेंगे। किसी भी स्कूल संचालक का अपमान हमारा संगठन स्कूल शिक्षा परिवार बर्दाश्त नही करेगा। ब्लॉक अध्यक्ष मांगीलाल देवासी ने कहा कि हम शिक्षक हैं, अपराधी नहीं। यदि हमें अकारण प्रताडि़त किया गया, तो यह लोकतंत्र और कानून दोनों का अपमान है। सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए। निजी विद्यालय संचालक नरपतकुमार मेघवाल जुंजाणी ने कहा कि विद्यालयों को स्वायत्तता देने की बात तो होती है, लेकिन व्यवहार में हमें दबाया जा रहा है। ऐसे मामलों में पुलिस की भूमिका सीमित होनी चाहिए और सिविल अधिकारों की रक्षा की जानी चाहिए।
विद्यालय संचालक सोहन बंजारा ने कहा कि यह घटना पूरे प्रदेश के निजी विद्यालय संचालकों को झकझोर चुकी है। यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो हम प्रदेशव्यापी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष विक्रमसिंह राठौड़ धानसा, ब्लॉक अध्यक्ष मांगीलाल देवासी, विवेकानंद बिस्सा, नरपतकुमार जुंजाणी, पिथाराम रोहिण, सोहन बंजारा, मानवेन्द्रसिंह शेखावत, दिलीप बंजारा, भूपेशकुमार, मुजीबुर्रहमान नोहरा, नरपत परमार, जुगताराम सुथार, इश्तियाक खान, प्रदीपकुमार घासेड़ी सहित अनेक निजी विद्यालय संचालक भी उपस्थित रहे।
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