(भोपाल)एमपी में शिव जी का नाम लेकर महाकाल कॉरिडोर में घोटाला किया जाता है, मिड-डे मील में चोरी की जाती है - राहुल गांधी

  • 11-Oct-23 12:00 AM

भोपाल 11 अक्टूबर (आरएनएस)। बच्चों की स्कूल यूनिफॉर्म में चोरी की जाती हैमध्य प्रदेश के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जाता है, एमबीबीएस की सीट बेची जाती है और पटवारी की नौकरी यहां 15 लाख में बेची जाती है, भाजपा की प्रयोगशाला में किसान आत्महत्या करते हैं, किसानों को गोली मारी जाती है, महिलाओं से बलात्कार होते हैं, दलितों पर अत्याचार और आदिवासियों पर पेशाब की जाती है, कांग्रेस ने आदिवासियों को 3.5 लाख पट्टे दिये, भाजपा ने डरा- धमकाकर उनसे छीन लिये : राहुल गांधी, कांग्रेस सरकार बनने पर जातिगत जनगणना करायेंगे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज शहडोल के ब्यौहारी में कांग्रेस की विशाल जन आक्रोश जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि लालकृष्ण आडवाणी की किताब में मध्य प्रदेश को आरएसएस और बीजेपी की प्रयोगशाला बताया गया है। जब मैं अपने भाषण की तैयारी कर रहा था तो मैंने सोचा कि बीजेपी और आरएसएस के लोग इस कथित प्रयोगशाला में करते क्या हैं? मैं आपको कुछ उदाहरण देना चाहता हूं, यहां मरे हुए लोगों का इलाज होता है, यह किसी और राज्य में नहीं होता, एमपी में शिव जी का नाम लेकर महाकाल कॉरिडोर में घोटाला किया जाता है, मिड-डे मील में चोरी की जाती है, बच्चों की स्कूल यूनिफॉर्म में चोरी की जाती है, मध्य प्रदेश के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जाता है, एमबीबीएस की सीट बेची जाती है और पटवारी की नौकरी यहां 15 लाख में बेची जाती है। राहुल गांधी ने कहा कि लेकिन यह सब यही नहीं रुकता, 18 साल में 18 हजार किसान यहां आत्महत्या करते हैं, भाजपा की प्रयोगशाला में तीन किसान रोज यहां आत्महत्या करते हैं, मंदसौर में किसानों को गोली मारी जाती है, लगातार बलात्कार होते हैं, इस प्रयोगशाला में भोपाल में एक लड़की से छेड़छाड़ की जाती है, उसका भाई बचाने जाता है तो उसकी पुलिस के सामने हत्या कर दी जाती है। लगातार निजीकरण इस प्रयोगशाला में हो रहा है। इस लैब में भाजपा नेता आदिवासियों पर पेशाब करते हैं। ये मतलब था आडवाणी जी का प्रयोगशाला के संदर्भ से। गांधी ने कहा कि आदिवासियों के बारे में कमलनाथ जी ने जब बात की तो उन्होंने उनको आदिवासी कहकर संबोधित किया वनवासी नहीं। आदिवासी का मतलब जो लोग इस देश में पहले से रहते आए और जो यहां के मालिक हैं। आदिवासी मतलब जिनका जंगल, जल, जमीन पर सबसे पहला हक है। वहीं वनवासी का मतलब कि आपका हक नही है, मतलब भाजपा नेता आप पर पेशाब कर सकता है, मतलब कोविड काल में आपको जानवरों से भी बदतर खाना दिया जाएगा, मतलब आपको जंगल में रहना चाहिए, मतलब आपके बच्चे इंजीनियर, वकील नहीं बन सकते, आपको आवास योजना का लाभ नहीं मिलेगा। राहुल गांधी ने कहा कि हमारा मानना है कि आदिवासियों का जमीन पर सबसे पहला हक है, इसलिए हम पेसा कानून लाए, फॉरेस्ट राइट एक्ट लाए। पेसा कानून मतलब अगर किसी को आपकी जमीन चाहिए तो हाथ जोड़कर ग्राम सभा से पूछना पड़ेगा, बीजेपी का मानना है कि वनवासी का कोई हक नहीं। हमारी सरकार ने आपको 3.5 लाख आदिवासियों को जमीन के पट्टे दिए, भाजपा ने आपको धमकाकर, हिंसा व बल प्रयोग कर आपसे आपका अधिकार छीना। मैं आपको गारंटी देता हूं कि हमारी सरकार आएगी तो हम आपको आपकी जमीन का हक वापस देंगे। राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार चलाने वाले 90 सचिव में से केवल 3 ओबीसी हैं, बजट का 5 पर्सेंट केवल ओबीसी अधिकारी डिसाइड करते हैं, 100 रुपए में से 5 रुपए का निर्णय केवल ओबीसी के अधिकारी करते हैं, वहीं 100 रुपए में से केवल 10 पैसे का निर्णय आदिवासी अधिकारी करते है। दलित, आदिवासी एवं पिछड़ों को अपना अधिकार मिल सके, इसके लिए हमने जाति आधारित जनगणना की मांग की है। इन सबको अपना अधिकार मिल सके इसलिए हम जातिगत जनगणना करवाएंगे।राहुल गांधी ने कहा कि मोदीजी पहले आदिवासियों को वनवासी कहते थे, मैंने कहा कि मोदीजी आदिवासियों का अपमान मत करो, तो उन्होंने वनवासी कहना बंद कर दिया, मुंह से आदिवासी, दिल में वनवासी। हमारे दिल में आदिवासी, दिमाग में आदिवासी, मुंह से आदिवासी, कर्म से आदिवासी। उन्होंने कहा कि हम आदिवासियों को जमीन का हक देंगे, जातीय जनगणना हम कराएंगे। छत्तीसगढ़, कर्नाटक एवं राजस्थान में हमनें ये शुरुवात कर दी है, मध्य प्रदेश में हमारी सरकार बनते ही पहला काम हम जातीय जनगणना का काम शुरू करेंगे। दलित, आदिवासी, पिछड़ों की आबादी 50 प्रतिशत से ज्यादा है तो 90 में से केवल 3 सचिव ओबीसी क्यों? हम इस व्यवस्था को बदलेंगे, इसका पहला कदम होगा जाति आधारित जनगणना।राहुल गांधी ने कहा कि कमलनाथ जी आज भी संघर्ष करते है, जनता के बीच रहते हैं, उनको चोट लगी तो हमने एक्सरे करवाया, इसी तरह दलित, आदिवासी एवं पिछड़ों की जनगणना देश का एक्सरे है वो हम करवाएंगे, मैं मोदीजी को चुनौती देता हूं कि हमनें जो जाति जनगणना करवाई थी, उसके आंकड़े जनता के सामने रखें, मोदी जी पाकिस्तान, अफगानिस्तान समेत दुनियाभर की बात करते हैं, लेकिन जाति जनगणना पर बात नहीं करते क्योंकि इनका रिमोट अड़ाणी के हाथ में है। गांधी ने कहा कि हम मोदी जी की तरह झूठे वादे नहीं करते। हम वादे वही करते हैं जो पूरे किए जा सकें। हम मध्य प्रदेश में हर मां-बहन को 1500 रुपए प्रतिमाह देंगे, 500 रुपए में सिलेंडर देंगे, 100 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे, आदिवासियों को तेंदूपत्ता की राशि 4000 देंगे। आप सबने इतनी प्यार मोहब्बत से मेरी बात यहां आकर एवं टीवी पर सुनी, आप सब का दिल से धन्यवाद।शहडोल जिले में हमने पहली किस्त में 18000 किसानों का कर्ज माफ कर दिया था : कमलनाथशहडोल जिले के ब्यौहारी में अभा कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की गरिमामयी उपस्थिति में कांग्रेस द्वारा आयोजित विशाल जन आक्रोश जनसभा में जय सेवा, जय जोहार जय आदिवासी का नारा देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने देश के आदिवासी महामानवों को प्रणाम किया। वीरांगना रानी दुर्गावती जी, टंट्या मामा, भगवान बिरसा मुंडा, रघुनाथ शाह, शंकर शाह, बादल भोई, भीमा नायक और खजवा नायक को प्रणाम करते हुए कहा कि मैं भी छिंदवाड़ा से आता हूं जो आदिवासी क्षेत्र है और यहां की कोटो-कुटकी खीर भी काफी प्रसिद्ध है।कमलनाथ ने प्रदेश की भ्रष्ट शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज यह प्रदेश चौपट प्रदेश बन गया है। चौपट रोजगार व्यवस्था, चौपट कृषि व्यवस्था, चौपट शिक्षा व्यवस्था, चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था और क्या-क्या आपको बतायें राहुल जी, आज पूरा प्रदेश चौपट मध्य प्रदेश बन चुका है। उन्होंने कहा कि आचार संहिता लगने के बाद यह हमारी पहली जनसभा है। मैं आपको बताना चाहता हूं कि केवल इस चुनाव में एक उम्मीदवार का फैसला नहीं होना है, ना ही एक पार्टी का फैसला होना है, इस चुनाव में अब मध्य प्रदेश के भविष्य का फैसला होना है और मध्य प्रदेश का भविष्य सामने बैठे और खड़े आप सभी नौजवान साथियों के हाथ में है। मैं मंच से देख रहा हूं कि आज यहां पर उपस्थित कितने सारे नौजवान सुनने आए हैं। उन्होंने कहा कि आज के नौजवान और उनका भविष्य ही हमारी सबसे बड़ी चुनौती है। आपके क्षेत्र (शहडोल) में बेरोजगारी का हाल बुरा है और मुझे पूरा विश्वास है कि यह चुनाव तय करेगा आप सभी नौजवानों के भविष्य को, यह चुनाव तय करेगा कि हम अपने आगे आने वाली पीढ़ी को कैसा मध्य प्रदेश सौंपना चाहते है।कमलनाथ ने कहा कि आज मध्य प्रदेश की तस्वीर आप अपने सामने रख लीजिएगा, आज यह प्रदेश आदिवासियों पर अत्याचार में नंबर वन है और प्रदेश में लगातार अत्याचार बढ़ता जा रहा है। यह ऐसा प्रदेश है जो बेरोजगारी में नंबर वन है। यह ऐसा प्रदेश बन चुका है जहां पर किसानों के आंसू सरकार नहीं देख पा रही है, ना ही शिवराज सिंह चौहान को दिख रहे हैं और शिवराज सिंह चौहान तो नौजवानों के भविष्य को ना तो देखना चाहते हैं, ना उनकी आवाज को सुनना चाहते हैं। ना ही उनकी आंखे चल रही है ना ही उनके कान चल रहे हैं। हां लेकिन घोषणाओं के मामले में उनका कोई मुकाबला नहीं है। उनका झूठी घोषणाओं के लिए मुंह बहुत चलता है। लेकिन मैं उनसे कहना चाहता हूं कि मुंह चलाने में और प्रदेश चलाने में बहुत अंतर होता है।




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