(भोपाल)ओ पी एस के समर्थन में प्रधानमंत्री को लिखेंगे 5 लाख पोस्टकार्ड

  • 27-Oct-23 12:00 AM

भोपाल 27 अक्टूबर (आरएनएस)। मध्य प्रदेश के एनपीएस धारक 5 लाख कर्मचारी नई पेंशन योजना एनपीएस के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना ओ पी एस लागू करने की मांग के समर्थन में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मध्य प्रदेश से 5 लाख पोस्टकार्ड लिखकर भेजेंगे पोस्टकार्ड अभियान 1 नवंबर 2023 मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस से शुरू किया जाएगा यह निर्णय कर्मचारी मंच की ओ पी एस आंदोलन समिति द्वारा लिया गया।मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच के प्रांत अध्यक्ष अशोक पांडे ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि भारत सरकार ने 2005 के बाद नियुक्त सरकारी कर्मचारियों को नई पेंशन योजना एनपीएस के दायरे में रखा है। एनपीएस योजना बाजारवादी है। तथा इस एनपीएस योजना में कर्मचारियों को पेंशन मिलने की कोई गारंटी नहीं है। फिर भी भारत सरकार ने जबरदस्ती सन् 2005 के बाद नियुक्त कर्मचारियों के ऊपर थोप दी है जबकि कर्मचारी शुरू से ही नई पेंशन योजना एनपीएस का विरोध कर रहे हैं और पुरानी पेंशन योजना ओ पी एस ही लागू करने कीमांग कर रहे हैं। भारत की सर्वोच्च न्यायालय भी एनपीएस योजना के विरोध में आदेश पारित कर चुकी है और निर्णय दे चुकी है कि कर्मचारियों के लिए ओ पी एस पुरानी पेंशन योजना ही लागू की जाए भारत सरकार की एनपीएस योजना के विरोध में 1 अक्टूबर 2023 को एनपीएस धारक कर्मचारियों द्वारा दिल्ली के रामलीला मैदान में विशाल महा रैली आयोजित करके महाधरना दिया गया था तथा भारत के प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया था उसके बावजूद भी भारत सरकार नहीं चेती है और पेंशन के संबंध मेंअब भारत सरकार ने वित्त मंत्रालय की एक समिति बनाकर नई पेंशन योजना एनपीएस में संशोधन करके एक निश्चित पेंशन सन् 2005 के बाद की नियुक्त एनपीएस धारक कर्मचारियों को देने का प्रस्ताव तैयार किया है लेकिन यह प्रस्ताव भी पुरानी पेंशन योजना ओ पी एस के बराबर नहीं है इस प्रस्ताव में भी कर्मचारियों के वेतन से पेंशन के लिए राशि काटने का प्रस्ताव है। कर्मचारियों को 50त्न पेंशन देने की कोई गारंटी नहीं है इसलिए एनपीएस धारक कर्मचारियों को भारत सरकार का पेंशन संशोधन प्रस्ताव मंजूर नहीं है मध्य प्रदेश के 5 लाख एनपीएस धारक कर्मचारी प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड पर नई पेंशन योजना एनपीएस के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना ओ पी एस लागू करने की पुरजोर मांग करेंगे।




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