(भोपाल)कमलनाथ छिंदवाडा में चुनाव हार रहे हैं

  • 03-Nov-23 12:00 AM

मध्यप्रदेश में घूम रहे चुनावी हिन्दूअपनी विकास यात्रा के कीर्तिमान के कारण भाजपा जनता का विश्वास प्राप्त कर रहीकांग्रेस अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस हमास पर खामोश और सनातन का विरोध कर रहीराम मंदिर से कांग्रेस को तकलीफभोपाल 3 नवंबर (आरएनएस)। भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश में अपनी विकास यात्रा के कीर्तिमान के कारण जनता का विश्वास प्राप्त कर रही है। कांग्रेस के समय मध्यप्रदेश बीमारू था, आज ग्वालियर, जबलपुर, इंदौर, भोपाल सहित पुरे मध्यप्रदेश में बदलाव हुआ है। यहां उद्यमशीलता, आईटी, इंफ्रास्ट्रकर सहित हर क्षेत्र में सर्वांगीण विकास हुआ है। आज मध्यप्रदेश बीमारू से विकसित प्रदेश बना है क्योकि यहां ईमानदारी से काम हुआ है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने युवा, लाड़ली बहना सहित समाज के हर वर्ग की चिंता की है। लेकिन कांग्रेस अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। 20 वर्षों से सत्ता से बाहर रहने के कारण कांग्रेस नेता आपस में कुर्ता फाड़ राजनीति कर रहे है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को प्रदेश मीडिया सेंटर में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही।कमलनाथ चुनाव हार जाए तो आश्चर्य नहीं होगारविशंकर प्रसाद ने कहा कि मैं कल छिंदवाडा के प्रवास पर गया था, वहां मैंने देखा कमलनाथ बहुत कठिनाई में है। अगर वे हार जाए तो आश्चर्य नहीं होगा। कांग्रेस में हताशा भरी लड़ाई देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि हम विकास के नाम और अपने काम पर चुनाव लड रहे है। वहीं कांग्रेस प्रदेश के चुनाव में भी हमास को लेकर आयी है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश आस्था, अध्यात्म और संस्कार की जननी प्रदेश है। यहां भारतीय जनता पार्टी विकास के मुद्दे पर पुन: सरकार बनायेगी।मध्यप्रदेश में राहुल गाँधी की मोहब्बत की दुकान क्यों बंद हो गई ? रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यहां तो मैं नए-नए शब्द सुन रहा हूं। मैं बिहार से आता हूं लालू प्रसाद जी होली में कुर्ता फाड़ होली खेलते थे लेकिन यहां की तो राजनीति में कुर्ता फाड़ आ गया है। कांग्रेस के नेता गाली खाने की पावर ऑफ अटर्नी दे रहे है और उनके बड़े नेता संभालने के लिए जय वीरू की संज्ञा दे रहे है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की टॉप लीडरशीप में कितना सद्भाव और सहमति का अभाव है। यह बड़ा विषय है जो हम जनता को बतायेंगे कि यह कांग्रेस पार्टी है जो जनता के भलाई और विकास की झूठी बातें करती है। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी कहाँ है ? मध्यप्रदेश में उनकी मोहब्बत की दुकान क्यों बंद हो गयी है। जो जय-वीरू के बीच सेतु बनने की बात करते है उनके फोटो उनकी ही पार्टी के उम्मीदवारों के पैम्पलेट्स पर दिखाई नहीं पड़ती है ।इंडी अलायंस अवसर वाद और एडजस्टमेंट का गठबंधनरविशंकर प्रसाद ने कहा विपक्षी दलों के इंडी गठबंधन को अवसरवादी गठबंधन बताते हुए कहा कि अभी लोकसभा चुनाव का उदघोष नहीं हुआ है और अभी से गठबंधन बिखर गया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश चुनाव में आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी भी कूद गई है, वही कमलनाथ कहते है कि इनका कोई वजूद ही नहीं है, इन्हें क्या हिस्सा दें, यहाँ कांग्रेस और भाजपा की सीधी लड़ाई है। कमलनाथ अगर इनका वजूद नहीं है तो राहुल गांधी पिछले 6 महीने से कभी बैंगलुरू कभी पटना तो कभी मुंबई में बैठक का नाटक क्यों कर रहे है। उन्होंने कहा कि विपक्षियों का गठबंधन अवसरवादियों का ठगबंधन है। मध्यप्रदेश में घूम रहें चुनावी हिन्दू, कांग्रेस नेताओं को राम मंदिर से तकलीफ क्यों उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के चुनाव में कोई हनुमान जी की स्तुति गा रहा है, तो कोई हिंदू धर्म के मर्म को समझा रहा है। कोई हिंदू सोच पर टिप्पणी और व्यंग्य दोनों कर रहा है। श्री प्रसाद ने राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी की और इशारा करते हुए कहा कि आप हिंदू है या नहीं इतना बताइए और अगर आपका यह अतीत है तो इस तरह की व्यंग्यात्मक टिप्पणी कर किसी के आस्था का मजाक ना करें। उन्होंने कहा कि हम सभी की आस्थाओं का सम्मान करते हैं और सभी आस्थाओं के ईश्वर का सम्मान करते हैं लेकिन राम जन्म भूमि को लेकर कांग्रेस के नेताओं को क्या परेशानी है। राम सनातन है और सबके है। उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका जी, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने अयोध्या जाकर भगवान राम को प्रणाम किया क्या ? इन्हें अयोध्या के विषय से इतनी नफरत क्यों हो जाती है यह इन्हें जवाब देना चाहिए।सनातन का खुला विरोध करने वाले, हमास पर चुप क्यों है ?पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस द्वारा लगातार सनातन धर्म का अपमान कर तुष्टिकरण की राजनीति से मध्यप्रदेश की जनता आहत है और उन्हें सबक सिखाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन में शामिल नेताओं द्वारा सनातन धर्म को डेंगू कहा गया तब राहुल गाँधी, सोनिया गाँधी, दिग्विजय सिंह और कमलनाथ क्यो चुप्पी साधे हुए थे। कमलनाथ से मेरा सवाल है कि बाबरी ढांचा जब गिरा तब मध्यप्रदेश की पटवा सरकार को बर्खास्त कर दी तब नरसिंहा सरकार में तो आप मंत्री थे तब यह बात कौन करता था कि हम बाबरी मस्जिद फिर बनवाएंगे। आप बार-बार हिंदू की बात करते हैं, हनुमान चालीसा की बात करते हैं तो यह भी बताएं कि सुप्रीम कोर्ट में रामसेतु की सुनवाई में एफिडेविट देकर किसने प्रभु श्रीराम को काल्पनिक बताया ? आपको अपना अतीत भी बताना जरूरी है।राहुल गांधी को नीतिश कुमार ने पकडाई जातिगत जनगणना की चिटरविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी जातिगत जनगणना की बात करते है। पहले उन्हें राफेल की चिट कोई पकडा गया, जिसके बाद उन्होंने माफी मांगी। सावरकर के नाम पर भी उन्हें कोई चिठ्ठी पकडा गया था। अब नीतिश कुमार उन्हें जातिगत जनगणना की चिट पकडाई, जिसे राहुल गांधी सिर्फ पढऩे का काम कर रहे है। राहुल गांधी कोई होमवर्क नहीं करते। अगर वे जातिगत जनगणना की बात करते है तो उसके नतीजे उनके परिवार पर लागू होंगे की नहीं। जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी भागीदारी तो राहुल गांधी के परिवार में यह फार्मूला लागू होगा या नहीं। या सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के बाद अगले गांधी का क्रम चलेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ पिछडों की बात करती है, जबकि भारतीय जनता पार्टी के 80 सांसद पिछडा और वर्ग से है। पिछडा वर्ग से सबसे ज्यादा विधायक भाजपा के है। अनुसूचित जाति के विधायक सबसे अधिक भारतीय जनता पार्टी के है। प्रधानमंत्री खुद पिछडा वर्ग से आते है। भाजपा ने अनुसूचित जाति वर्ग से आने वाले रामनाथ कोविन्द को राष्ट्र्रपति बनाया और अब अनुसूचित जनजाति वर्ग की बहन द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्र्रपति बनाया है।




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