(भोपाल)केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खेल महोत्सव की तैयारियों को लेकर की बैठक
- 03-Sep-25 12:00 AM
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भोपाल 3 सितंबर (आरएनएस)। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज रविन्द्र भवन में आगामी खेल महोत्सव को सफल बनाने के लिए अपने संसदीय क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने महोत्सव की रूपरेखा, कार्यक्रमों और प्रबंधन की विस्तृत चर्चा की। शिवराज सिंह ने पदाधिकारियों से कहा कि, खेल महोत्सव केवल खेल प्रतियोगिता नहीं बल्कि सामाजिक समरसता और युवा ऊर्जा के प्रदर्शन का बड़ा मंच है। उन्होंने आयोजन को भव्य और व्यवस्थित बनाने के लिए सभी को जिम्मेदारी के साथ योगदान देने का आह्वान किया। बैठक में क्षेत्रीय पदाधिकारियों ने भी अपने सुझाव दिए। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, पीडि़त मानवता की सेवा सबसे बड़ा धर्म है। उन्होंने कहा कि यदि कोई कार्यकर्ता या क्षेत्र का कोई भी नागरिक बीमार होता है तो उसका समुचित इलाज करवाना हमारा परम कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री रहते हुए मैंने स्वेच्छा अनुदान के माध्यम से अनेक जरूरतमंदों की मदद की। उन्होंने कहा कि आज भी यदि किसी को गंभीर बीमारी होती है और आर्थिक सामथ्र्य नहीं है, तो वे व्यक्तिगत प्रयासों से संसाधन जुटाकर इलाज की व्यवस्था कराने का प्रयास करते हैं। हम किसी को मरने नहीं देंगे सिर्फ इसलिए कि उसके पास पैसे नहीं हैं। जरूरत पड़ी तो हर संभव प्रयास करके इलाज कराया जाएगा। साथ ही शिवराज सिंह ने अपने संसदीय क्षेत्र स्थित सुकरवास गांव का एक वाकया सुनाते हुए कहा कि, गांव का एक युवक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था और बहुत गरीब परिवार का था। तो गांव वालों ने उसके इलाज के लिए 2 लाख रुपये से भी ज्यादा की राशि एकत्रित की। फिर मुझे खबर मिली तो मैं दिल्ली से सीधे अस्पताल पहुंचा और डॉक्टर्स से चर्चा कर आयुष्मान कार्ड की मदद से उनका बेहतर इलाज हुआ।केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि रोजाना कई लोग गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आते हैं गरीब, मध्यम वर्गीय और किसानों की सेवा करना ही सच्ची पूजा है। उन्होंने कहा कि इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड एक बड़ा सहारा है। एम्स जैसे सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ प्राइवेट अस्पतालों में भी आयुष्मान कार्ड का उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने इसके उपयोग पर एक प्रेजेंटेशन कराने की बात भी कही, ताकि लोगों को पूरी जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि अगर किसी के पास आयुष्मान कार्ड नहीं है तो शिविर लगाकर कार्ड बनवाए जाएंगे और जरूरत पडऩे पर स्वेच्छा अनुदान या अन्य माध्यमों से भी इलाज कराया जाएगा।
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