(भोपाल)खेल भावना जीवन में रखती है अहमियत- मंत्री सारंग

  • 20-Nov-24 12:00 AM

भोपाल 20 नवंबर (आरएनएस)।खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा है कि खेल हमें जीवन में हार और जीत को समान भाव से स्वीकारने और खेल भावना से जीवन जीने के लिए प्रेरित करते हैं। किसी गांव, कस्बे, शहर की पहचान वहां के खेल, खिलाड़ी और मैदान से होती है। किसी खेल में कौन जीता, कौन हारा यह महत्वपूर्ण नहीं होता है, बल्कि खिलाड़ी खेल के मैदान में उतरा है, यह महत्वपूर्ण होता है। यह बात मंत्री सारंग ने नरसिंहपुर के गाडरवारा के रूद्र मैदान में आयोजित राष्ट्रीय शालेय कबड्डी प्रतियोगिता के समापन अवसर पर कही। कार्यक्रम में परिवहन व स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह, पूर्व राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी उपस्थित थे।मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि कौन कितना बड़ा खिलाड़ी बनेगा, यह दावा तो मैं नहीं कर सकता, किंतु जो खिलाड़ी प्रतियोगिता में शामिल हुआ है, वह उतना ही अच्छा नागरिक बनेगा, यह दावा कर सकता हूं। खेल हमें नियमों से चलना एवं मर्यादा का पालन करना सीखाते हैं। जीवन में भी खेल भावना अहमियत रखती है। नियम कानून की मर्यादा में रहते हुए कैसे धैर्य के साथ अपने विरोधी को परास्त किया जाता है, यही एक खिलाड़ी की पहचान होती है। गाडरवारा में आयोजित इस प्रतियोगिता में खिलाडिय़ों ने उच्चतम स्तर की खेल भावना का प्रदर्शन किया है। यह अनुशासित जीवन शैली को बढ़ावा देता है।मंत्री सारंग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश के खेलों को नई पहचान मिली है। खेलो इंडिया के माध्यम से देशभर में खेल की उत्कृष्टता को बढ़ावा देने का प्रयास हुआ है। खेलों के उन्नयन के लिए प्रदेश सरकार ने भी अहम कदम उठाये हैं। खेलों के विस्तार के साथ-साथ खिलाडिय़ों को विश्व स्तरीय तकनीक एवं सुविधायें दी जा रही है। मध्यप्रदेश में होने वाली खेल प्रतियोगिताओं से कई उत्कृष्ट खिलाड़ी मिलेंगे, जो आने वाले समय में भारत का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व कर सकेंगे। मंत्री सारंग ने गाडरवारा शहर में स्टेडियम निर्माण किये जाने की घोषणा की। साथ ही गाडरवारा विधानसभा क्षेत्र में 10 फिट इंडिया क्लब खोले जाने की भी स्वीकृति दी।मंत्री सिंह ने कहा कि मंगलवार रात्रि जब मैं भोजन शाला में जाकर खिलाडिय़ों से मिला, तो खिलाडिय़ों ने बताया कि उनकी इच्छा गाडरवारा घूमने की थी। ऑटो चालक ने उन्हें घुमाया और इसके बदले उसने पैसे नहीं लिये। मैं यह सुनकर काफी प्रसन्न हुआ। एथलीट यहां से अच्छी स्म्रतियॉ और राष्ट्रीय एकता की भावना लेकर लौंटेगें। उन्होंने गाडरवारा शहर में स्टेडियम निर्माण की बात भी मंच से खेल मंत्री सारंग के समक्ष रखी। समाजसेवी श्री हंसराज मालपानी द्वारा विजेता खिलाडिय़ों को गाडरवारा की सुप्रसिद्ध दाल भेंट की गई।बालक एवं बालिका वर्ग में चैम्पियन टीमों को शील्ड एवं प्रमाण पत्र देकर किया सम्मानित। पांच दिवसीय 17 वर्षीय बालक/ बालिका आयु वर्ग में 68 वीं राष्ट्रीय शालेय कबड्डी प्रतियोगिता के अंतिम दिन बुधवार को फाइनल मैच खेला गया। फाइनल मैच में बालक एवं बालिकाओं की अलग- अलग टीमों ने अपना- अपना प्रदर्शन किया।कबड्डी प्रतियोगिता में बालक वर्ग में हरियाणा की टीम विजेता व उप विजेता राजस्थान रही। प्रतियोगिता में तृतीय स्थान महाराष्ट्र की टीम ने प्राप्त किया। इसी तरह बालिका वर्ग में विजेता हरियाणा व उप विजेता तमिलनाडु की टीम रही। तृतीय स्थान उत्तरप्रदेश की टीम ने प्राप्त किया।




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