(भोपाल)देश की अखंडता, अनुसूचित जाति के हितों के लिए डॉ. मुखर्जी ने की थी जनसंघ की स्थापना

  • 23-Jun-25 12:00 AM

भोपाल 23 जून (आरएनएस)। जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने सोमवार को दक्षिण-पश्चिम विधानसभा के करूणाधाम मण्डल के बूथ क्रमांक 54 स्थित संत रविदास मंदिर में दर्शन कर Óएक पेड़ मॉ के नामÓ अभियान के तहत पौधारोपण कर डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी को श्रद्धासुमन अर्पित किए। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अनेक क्रांतिकारियों के बलिदानों के आधार पर देश को 1947 में आजादी मिली। लेकिन देश में पं. नेहरू के नेतृत्व में जो पहली सरकार बनी, उसने यह निर्णय लिया कि जम्मू कश्मीर में बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर का बनाया संविधान लागू नहीं होगा। भारत का प्रधानमंत्री अलग होगा, कश्मीर में वजीरे आजम अलग होगा। देश का संविधान और ध्वज अलग होगा, कश्मीर का अलग होगा। कश्मीर में धारा 370 लगा दी गई। उस समय नेहरू मंत्रिमंडल में उद्योग मंत्री डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने इसका विरोध किया। धारा 370 में यह प्रावधान था कि जम्मू कश्मीर में किसी सफाइकर्मी का बेटा अपनी योग्यता के आधार पर भी कोई पद नहीं पा सकता और उसे जीवनभर सफाईकर्मी ही रहना होगा। डॉ. मुखर्जी ने कहा एक देश में दो प्रधान, दो विधान और दो निशान नहीं चलेंगे। अनुसूचित जाति के हितों पर प्रहार नहीं चलेगा। उन्होंने नेहरू मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया और जनसंघ की स्थापना की।भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने धारा 370 के खिलाफ आंदोलन किया, जिसके चलते उन्हें जेल भेज दिया गया और जेल में ही डॉ. मुखर्जी की हत्या कर दी गई। शर्मा ने कहा कि श्रद्वेय अटलजी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी, लेकिन पार्टी को बहुमत प्राप्त नहीं था, इसलिए धारा 370 को हटाया नहीं जा सका। जब 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनी, जब धारा 370 हटाने को लेकर संसद में बहस चल रही थी, तब कांग्रेस पार्टी और उसके सहयोगियों ने कहा था कि अगर धारा 370 हटाई गई, तो देश टूट जाएगा, कश्मीर जल जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने धारा 370 हटा दी। उन्होंने कहा कि सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को इस बात पर गर्व होना चाहिए कि हम उस भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हैं, जिसकी सरकार ने कश्मीर से धारा 370 हटाई है।भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि भाजपा जो आज दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल है, डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के बलिदान के आधार पर खड़ी हुई है। इस पार्टी को पं. दीनदयाल उपाध्याय जी ने विचार दिया है। उनके दिये अंत्योदय के विचार पर चलते हुए भाजपा आज यहां तक पहुंची है। शर्मा ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी जी जब पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के गांव नगला चंद्रभान पहुंचे, तो उन्होंने वहां एक स्मारक पं. दीनदयाल जी की झोपड़ी का चित्र देखा। उनकी आंखों में आंसू आ गए। तभी उन्होंने संकल्प लिया कि देश का कोई गरीब अब झोपड़ी में नहीं रहेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू की, जिसके अंतर्गत 4 करोड़ से अधिक परिवारों को पक्के मकान दिये जा चुके हैं और 3 करोड़ परिवारों को आने वाले समय में पक्के घर दिये जाएंगे। अंत्योदय के विचार से प्रेरित होकर ही आयुष्मान भारत और गरीब कल्याण की अन्य योजनाएं शुरू की गईं। शर्मा ने कहा कि समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति के कल्याण की ये योजनाएं इसलिए सफल हो रही हैं, क्योंकि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भी गरीब मां के बेटे हैं और झोपड़ी में रहने वालों का दर्द पहचानते हैं। कार्यक्रम को पार्टी के प्रदेश महामंत्री व विधायक भगवानदास सबनानी ने भी सम्बोधित किया।इस दौरान अहिरवार समाज के अध्यक्ष सुबाराम घनोते, कार्यक्रम संयोजक संतोष ब्रम्हभट्ट, योगेश परमार,मंडल अध्यक्ष मुकेश देहाडे एवं बूथ अध्यक्ष ज्योति जाधव मंच पर उपस्थित रहीं।




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