(भोपाल)निर्माल्य नींबुओं से बॉयो एंजाइम्स का शाहपुरा विसर्जन स्थल में छिडकाव कर जल का शुद्धिकरण
- 17-Sep-25 12:00 AM
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भोपाल 17 सितंबर (आरएनएस)।नगर निगम, भोपाल द्वारा निर्माल्य नींबुओं से बॉयो एंजाइम रिसाईकल हब में निर्माण कर जल स्त्रोतों को शुद्ध करने हेतु भोपाल में पहली बार इसका उपयोग किया गया। महापौर मालती राय ने बुधवार को सांयकाल शाहपुरा विसर्जन घाट में बॉयो इंजाइम्स का छिडकाव कर जलशुद्धिकरण का शुभारंभ किया। महापौर राय ने बॉयो इंजाइम्स को शाहपुरा स्थित विसर्जन स्थल में स्प्रे मशीन से जल में छिड़काव किया और अपने समक्ष ही नाव से विसर्जन स्थल में इसका छिडकाव कराया। इस अवसर पर महापौर परिषद की सदस्य सुषमा बाबीसा, पार्षद अरविन्द वर्मा, सीनियर सांईटिस्ट डॉ.योगेन्द्र सक्सेना भी उपस्थित थे।राजधानी भोपाल में विभिन्न धार्मिक स्थलों से निर्माल्य नींबुओं को एकत्रित कर नींबू के छिलकों को गुड के साथ मिलाकर बॉयो इंजाइम्स को रिसाईकल हब में निर्माण किया गया है और इसके निर्माल्य में सीनियर सांईटिस्ट डॉ.योगेन्द्र सक्सेना का मार्गदर्शन है। प्राकृतिक शुद्धिकरण के लिए बॉयो इंजाइम्स निर्माल्य नींबुओं से बॉयो इंजाइम्स का उपयोग जल स्त्रोंतों में किया जाएगा जिसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होगा। विसर्जन कुंड में बॉयो इंजाइम्स के छिडकाव से 1-2 सप्ताह के अंदर कुंड का प्रदूषण स्तर धीरे-धीरे कम होने लगेगा और कुंड की बी.ओ.डी.सी.ओ.डी का स्तर धीरे-धीरे कम होने लगेगा तथा बॉयो इंजाइम्स प्राकृतिक तरीके से कुंड के प्रदूषण को धीरे-धीरे कम करेगा। इसके साथ ही निगम के गार्बेज स्टेशनों एवं अन्य स्थलों में भी इसका उपयोग किया जाएगा। नगर निगम, भोपाल में इसका पहली बार उपयोग किया गया है और इस प्रक्रिया को सतत रूप से जारी रखा जाएगा। नगर निगम, भोपाल द्वारा बॉयो एंजाइम्स बनाने के लिए सब्जी मंडी, मंदिरों, घरों तथा जूस आदि की दुकानों से निकलने वाले नींबू, संतरों तथा अन्य फलों के छिलकों का उपयोग भविष्य में और अधिक बॉयो एंजाइम्स बनाने में करेगा।
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