(भोपाल)पुलिस कर्मी को ठगने वाले 3 जालसाज पकड़ाए

  • 06-Mar-24 12:00 AM

भोपाल 6 मार्च (आरएनएस)। भोपाल साइबर पुलिस ने एक पुलिसकर्मी को ठगने वाले 3 जालसाजों को गिरफ्तार किया है। इन्हें मुंबई स्थित एक कॉल सेंटर से दबोचा गया है। ये ऑनलाइन ऐप से लोन देकर 40 प्रतिशत तक का ब्याज वसूलते थे। इतना ही नहीं मोबाइल का डाटा हैक कर लोन लेने वालों के रिश्तेदारों को एडिटेड अश्लील फोटो भेजकर और रुपयों की डिमांड करते थे। पुलिसकर्मी ने भी 50 हजार रुपए के लोन के बदले 14 लाख रुपए चुकाए, बावजूद इसके ब्लैकमेल करना बंद नहीं किया तो साइबर क्राइम ब्रांच भोपाल में शिकायत दर्ज कराई गई।23 फरवरी को पुलिसकर्मी सुधेश गौतम ने टीटी नगर थाने ने शिकायत की। कहा- मैने सनी ऑनलाइन ऐप से 50 हजार रुपए का पिछले साल लोन लिया था। मुझे 40त्न काटकर 30,000 रुपए मिले। 5 दिन बाद रुपए लौटने का दबाव बनाए जाने लगा। जिसे चुकाने के लिए अलग-अलग ऑनलाइन ऐप से रुपए लेने पड़े।लोन चुकाने के लिए कई ऑनलाइन लोन लिए और जालसाजों के जाल में फंसता चला गया। 50 हजार रुपए के लोन के बदले अब तक 14 लाख रुपए दे चुका हूं। फिर भी ऑनलाइन ऐप वाले परिजनों और मोबाइल कॉन्टैक्ट लिस्ट के लोगों को एडिटेड फोटो भेज रहे हैं।पीडि़त पुलिसकर्मी ने बताया कि मेरे दोस्तों व परिजनों को मेरा आधार कार्ड भेजा गया। उन्होंने बताया कि मेरा अपहरण कर लिया गया है। 3 लाख रुपए नहीं देने पर जान से मार देंगे। परिजनों को भरोसा दिलाने आरोपियों ने मेरे मोबाइल में मौजूद तमाम पर्सनल जानकारी सेंड कर दी। जालसाज यही नहीं रुके मेरे परिजनों की भी अश्लील फोटो एडिट रिश्तेदारों और परिचितों को भेज चुके हैं।0-गिरफ्तार आरोपियों के नाम:अरविंद यादव पिता गुलाब यादव (27), निवासी मकान नं 1023, समता नगर एरोली नाका नवी मुंबई। वह महाराष्ट्र फॉर्मेसी की पढ़ाई कर चुका है।आदर्श तिवारी पिता रमेश तिवासी (24), निवासी मकान नं ई 4/34 सिडको सेक्ट 3 एरोली नवी मुंबई महाराष्ट्र। वह क्कत्रष्ठरू की डिग्री ले चुका है।शेख सद्दाम पिता फिरोज शेख (29), निवासी कोयना ष्ट॥स् रूम नंबर 410 एविंग शिवाजी नगर मानखुर गोवंडी मुंबई। वह क्च.ष्टह्ररू ग्रेजुएट है।पुलिस उपायुक्त अपराध श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद मामले की तकनीकी जांच की गई। जिन मोबाइल नंबरों से पीडि़त व उनके रिश्तेदारों को कॉल कर धमकाया जाता था, उनकी लोकेशन ट्रेस की गई। जांच में मुंबई का एक कॉल सेंटर चिह्नित किया गया। धमकाने के लिए जिन फोन नंबरों का इस्तेमाल किया जा रहा था, सभी इसी कॉल सेंटर के थे। इस कॉल सेंटर में दबिश देने पर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।




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