(भोपाल)बाबा रामदेव जन्मोत्सव का समापन भव्य कलश यात्रा और विशाल भंडारे के साथ हुआ

  • 25-Aug-25 12:00 AM

भोपाल 25 अगस्त (आरएनएस)। कोलार स्थित राजहर्ष कॉलोनी के बाबा रामदेव दरबार मंदिर में सोमवार को दो दिवसीय बाबा रामदेव जन्मोत्सव का समापन भव्य कलश यात्रा और विशाल भंडारे के साथ हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। महिलाओं ने हाथों में कलश लेकर यात्रा में भाग लिया तो वहीं भजन-कीर्तन और भक्तिरस में सराबोर श्रद्धालु झूमते नजर आए।कार्यक्रम का आयोजन बाबा रामदेव दरबार मंदिर रुणिचा धाम सेवा समिति भोपाल की ओर से किया गया था। पुजारी राजेश गुरु ने बताया कि पहले दिन रविवार की शाम सात बजे से भजन-कीर्तन और जागरण का आयोजन हुआ, जिसमें स्थानीय कलाकारों ने बाबा के भजनों की मनमोहक प्रस्तुतियां दीं।सोमवार सुबह नौ बजे बैंडबाजे के साथ कलश यात्रा मंदिर प्रांगण से निकली, जो विभिन्न मार्गों से होते हुए नयापुरा स्थित बीजासेन मंदिर पहुंची और वापस दरबार मंदिर आकर संपन्न हुई। इसके बाद महाआरती, भजन और कन्या भोज हुआ। अंत में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।बाबा रामदेव को राम शाह पीर, रामसा पीर और पीरों के पीर के नाम से भी जाना जाता है। राजस्थान और गुजरात सहित कई राज्यों में उन्हें लोकदेवता और बड़े समाज सुधारक के रूप में पूजा जाता है। उनका जन्म भाद्रपद शुक्ल द्वितीया वि.सं. 1409 को बाड़मेर जिले के ऊंडु कशमीर (रुणिचा) में हुआ था।वे राजा अजमलजी और मैणादे के पुत्र थे। राव मल्लीनाथ ने उन्हें पोकरण की जागीर दी थी।रामदेवजी ने छुआछूत और भेदभाव के खिलाफ समाज को जागरूक किया। उन्होंने कामडिय़ा पंथ की स्थापना की और भैरव राक्षस का अंत कर समाज को भयमुक्त किया। आज भी हर साल रामदेवरा (जैसलमेर) स्थित उनकी समाधि पर भाद्रपद शुक्ल द्वितीया से दशमी तक भव्य मेला लगता है, जहां लाखों श्रद्धालु देशभर से दर्शन करने पहुंचते हैं।




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