(भोपाल)बाबा साहब का अपमान करने वाली कांग्रेस आज उनके बनाएं संविधान की दुहाई दे रही है-डॉ. मोहन यादव
- 03-Jul-25 12:00 AM
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भोपाल 3 जुलाई (आरएनएस)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद जी एवं महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष व सांसद माया नारोलिया ने गुरूवार को पीपुल्स ऑडिटोरियम में आपातकाल के 50 वर्ष के उपलक्ष्य में महिला मोर्चा द्वारा आयोजित महिला मॉक पार्लियामेंटÓÓ को संबोधित किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस की चार पीढिय़ांं ने लोकतंत्र और संविधान का अपमान किया है। कांग्रेस ने बाबा साहब अंबेडकर जी को जीवन भर अपमानित किया, आज वो उनके बनाए संविधान की दुहाई दे रही हैं। ये नकली वेष में ढोंगी रावण की तरह हैं, इन्हें पहचानें। प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि अदालत का निर्णय अपने विरोध में आने पर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी इतना घबरा गईं कि उन्होंने लोकतंत्र को कुचल कर देश में आपातकाल लगा दिया। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि इंदिरा गांधी ने देश पर आपातकाल थोपकर संविधान का गला घोंट दिया था। प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद जी ने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी संविधान के नाम पर जनता को गुमराह कर रहे हैं। कार्यक्रम को महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष व सांसद माया नारोलिया ने भी संबोधित किया। इस दौरान मीसाबंदी तपन भौमिक का सम्मान किया गया। मंच पर केन्द्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर, पूर्व केन्द्रीय मंत्री भारती पंवार, प्रदेश शासन के मंत्री विश्वास सारंग, कृष्णा गौर, पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष व सांसद संध्या राय, महापौर मालती राय उपस्थित रहीं।मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आपातकाल इकलौती घटना नहीं थी, बल्कि कांग्रेस की चार पीढिय़ां लोकतंत्र और संविधान का अपमान करती रही हैं। पं. नेहरू ने बाबा साहब अंबेडकर और अन्य नेताओं के विरोध के बावजूद संविधान में धारा 370 का प्रावधान किया, जिसके चलते जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पनपा और हजारों लोगों की हत्याएं की गई। उन्होंने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर जी को चुनाव जीतने नहीं दिया, उन्हें जीवन भर अपमानित किया। जब उनका देहांत हुआ, तो उनके अंतिम संस्कार के लिए दिल्ली में जमीन नहीं दी। बाबा साहब की पार्थिव देह को अंतिम संस्कार के लिए मुंबई लाया गया, तो विमान का किराया भी उनकी पत्नी से मांगा गया। इसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जब अनुचित तरीकों का प्रयोग करके चुनाव जीतीं, तो विरोधी उम्मीदवार राजनारायण सिंह ने उनके निर्वाचन के खिलाफ याचिका लगा दी। तीन साल तक मुकदमा चलने के बाद जब हाईकोर्ट ने उनके खिलाफ फैसला दिया, तो इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगा दिया। उन्होंने आकाशवाणी और अखबारों पर रोक लगा दी। हजारों लोगों को जेल में ठूंस दिया। तीसरी पीढ़ी में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने तीन तलाक को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को कानून बनाकर पलट दिया और मुस्लिम बहनों के हितों पर कुठाराघात किया। डॉ. यादव ने कहा कि हमारे नेता श्रद्धेय अटलबिहारी वाजपेयी जब नेता प्रतिपक्ष थे, तो 1971 के युद्ध के समय उन्होंने सेना की हौसला अफजाई की, देश का मनोबल बढ़ाया। लेकिन दूसरी तरफ आज के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी हैं, जो नेहरू-गांधी परिवार की चौथी पीढ़ी से हैं। जब हमारी सेनाएं आतंकवादियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक करती हैं, तो उन पर पर सवाल उठाते हैं। ये भारतीय वायु सेना के फाइटर पायलट अभिनंदन की सुरक्षित देश वापसी पर सवाल उठाते हैं। पहलगाम में बहनों का सुहाग उजाडऩे वाले आतंकियों के खिलाफ जब हमारी सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया, तो दुनिया में हमारी सेनाओं की तारीफ हुई। लेकिन राहुल गांधी ने देश की सेनाओं का मनोबल गिराने वाले शब्दों का प्रयोग करके नेता प्रतिपक्ष पद को कलंकित किया है।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नारी शक्ति का सम्मान भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा और परंपरा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया है और उनके सशक्तिकरण के लिए अनेक योजनाएं शुरू की हैं। देश में सर्वप्रथम मध्यप्रदेश की सरकार ने महिलाओं, बच्चियों पर अत्याचार करने वालों के लिए मृत्युदंड का प्रावधान किया है। जब मैंने कार्यभार संभाला, तब प्रदेश की मुख्य सचिव एक महिला अधिकारी ही थीं। आज भी महिलाएं कई जिलों में कलेक्टर और एसपी की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति भारतीय जनता पार्टी की सोच का अंदाज इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि 1971 के युद्ध के समय तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष श्रद्धेय अटल जी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सहयोग के साथ ही भारत के पक्ष को मजबूती के साथ प्रस्तुत किया। माता-बहनों के प्रति यह हमारी पार्टी की सोच है। दूसरी तरफ कांग्रेस इतनी गरीब पार्टी है कि उसे रखने के लिए एक भारतीय नाम भी नहीं मिला। देश का कोई आम व्यक्ति भी अपने बच्चों का नाम अमेरिका-इंग्लैंड से नहीं लेता, लेकिन कांग्रेस पार्टी आज भी अंग्रेजों के दिए नाम पर चल रही है।भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि आपातकाल देश के माथे पर कलंक था, यह कलंक कांग्रेस और इंदिरा गांधी ने अपनी सत्ता को बचाये रखने के लिए लगाया। निजी स्वार्थों के लिए कांग्रेस ने बाबा साहब के बनाये संविधान को बार-बार संशोधित किया। इंदिरा गांधी राजनारायण सिंह की चुनाव याचिका पर आए हाईकोर्ट के निर्णय से इतनी घबरा उठीं कि उन्होंने देश पर आपातकाल थोप दिया। सामूहिक नेतृत्व से चलने वाले हमारे देश में इंदिरा गांधी ने स्वयं का महिमा मंडन करते हुए इंदिरा इज इंडियाÓ का नारा दिया। संविधान बचाने के लिए आंदोलन करने वाले श्रद्धेय अटलजी एवं लालकृष्ण आडवाणी जी जैसे सैकड़ों लोकतंत्र सेनानियों को जेल भेज दिया। नेता जो उनके राजनीतिक विरोधी थे, उन्हें जेल में डाल दिया। उन्होंने कहा कि आपातकाल के दर्दनाक किस्से हमें याद दिलाते हैं कि एक काला अध्याय इस देश में आया था। उस अध्याय को याद करते हुए हमें यह कोशिश करना है कि हमारे देश की मर्यादा, देश का संविधान और देश का लोकतंत्र सारी दुनिया में सबसे आगे जाएं। हम लोकतंत्र के मामले में यूरोप, अमेरिका जैसे पश्चिमी देशों से भी आगे निकलें। देश में जनता की आवाज हमेशा बुलंद रहे। उन्होंने कहा कि मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हमारे प्रधानमंत्री जी इसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि दुनिया में जिस देश, जिस समाज ने महिलाओं को सम्मान दिया, उन्हें आगे बढ़ाया, वह देश और समाज भी आगे बढ़ गया। हर वो देश जहां महिलाओं को सम्मान मिला वो दुनिया के नक्शे में अलग ही चमकते हैं। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने संसद और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान करके देश को उन देशों की कतार में खड़ा कर दिया, जहां एक तिहाई प्रतिनिधित्व महिलाएं करती हैं। खंडेलवाल ने कहा कि आज समाज और देश को आगे ले जाने के लिए इस आदि शक्ति की जरूरत है, दुर्गा की जरूरत है, सरस्वती की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश सरकार महिला सशक्तिकरण की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री जी ने महिलाओं को देश की संसद व राज्य की विधानसभाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण देकर नीति-निर्धारण में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का ऐतिहासिक कानून बनाया है। भारतीय जनता पार्टी महिलाओं को पूरा सम्मान देने के साथ उनको आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है।भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि देश में आपातकाल सिर्फ इसलिए लगाया गया था, क्योंकि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी के चुनाव को अवैध घोषित कर दिया था। इंदिरा गांधी ने अपनी सत्ता बचाने के लिए देश में आपातकाल थोपकर संविधान का गला घोंटा था। आपातकाल के दौरान करीब सवा लाख लोगों को जेलों में ठूंस दिया गया। नागरिक स्वतंत्रता का दमन किया गया। जिस कलम ने आपातकाल के खिलाफ लिखने की कोशिश की, उसे तोड़ दिया गया। लेकिन जेपी आंदोलन के माध्यम से देश ने इंदिरा गांधी और कांग्रेस पार्टी को करारा जवाब दिया था। इंदिरा गांधी ने लोकतंत्र को कुचला, तो राहुल गांधी देश की संसद द्वारा पारित प्रस्ताव की प्रतियां सार्वजनिक रूप से फाड़ते हैं। आज उन्हीं इंदिरा गांधी के परिवार के लोग संविधान हाथ में लेकर उसकी दुहाई दे रहे हैं। कांग्रेस का इतिहास रहा है कि उस पार्टी के लोग कभी कानून का पालन नहीं करते। कांग्रेस ने हमेशा झूठ और छल, कपट की राजनीति की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में उल्लेखनीय काम किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने में बहने योगदान दें।भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद जी ने मातृशक्ति को प्रणाम करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी और कांग्रेस पार्टी ने अपने निज स्वार्थों के लिए संविधान का गला घोंटा था। इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाया तब न तो देश युद्ध लड़ रहा था और न ही कोई आंतरिक समस्या थी। आपातकाल सिर्फ इसलिए लगाया गया था कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने इंदिरा गांधी के चुनाव को अवैध घोषित कर दिया था। संविधान का गला घोटने वाली कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी एक लाल किताब हाथ में लेकर घूमते हैं और देश की जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। आपातकाल के दौरान न ही कोई वकील बचा, न अपील होती थी और न दलील दी जा सकती थी और न ही पत्रकारिता बची थी। उस समय जनसंघ ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया था। बहनों को समाज की नई पीढ़ी तक यह बात पहुंचाकर उन्हें आपातकाल के दौरान देश में आतंक व अत्याचार का जो माहौल था,उसे बताना है। जेल के अंदर लोकतंत्र सेनानियों को तरह-तरह की यातनाएं दी गईं। कई राष्ट्रवादी संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने संविधान पर माथा टेककर संविधान की रक्षा के लिए जो कार्य शुरू किया था जो अनवरत चल रहा है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश के संविधान को और सशक्त बनाने के लिए कार्य किया जा रहा है।भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष व सांसद माया नारोलिया ने कहा कि आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर आप सभी अपना अमूल्य समय निकालकर महिला मॉक पार्लियामेंटÓÓ कार्यक्रम में शामिल हुए, इसके लिए मैं आप सभी का आभार व्यक्त करती हॅू। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने अपनी सत्ता बचाने के लिए देश में आपातकाल थोपकर संविधान का गला घोंटा था। केन्द्र और प्रदेश सरकार महिला सशक्तिकरण की दिशा में उल्लेखनीय काम कर बहनों को सम्मान दे रही है।
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