(भोपाल)मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने मुख्यमंत्री निवास में राज्य स्तरीय गौ-शाला सम्मेलन को किया संबोधित

  • 20-Jun-25 12:00 AM

*-मध्यप्रदेश को बनाएंगे देश की डेयरी केपिटल* *-पशुपालन एवं डेयरी विभाग अब पशुपालन, डेयरी एवं गौपालन विभाग होगा**-डॉ. मोहन यादव**-किसानों व लोगों की अर्थव्यवस्था सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा गौपालन**-गौपालन धर्म-संस्कृति से जोडऩे के साथ आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का बड़ा माध्यम**-श्री विष्णुदत्त शर्मा*भोपाल 20 जून (आरएनएस)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास में आयोजित राज्य स्तरीय गौशाला सम्मेलन को संबोधित किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने गौशाला संचालन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले गौशाला संचालकों को पुरस्कृत किया। मुख्यमंत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष ने गौवंश के लिए प्रतिदिन खर्च की राशि करीब 90 करोड़ सिंगल क्लिक से अंतरित कर डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना के हितग्राहियों को स्वीकृति-पत्र वितरित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव राज्य स्तरीय गौशाला सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश को देश की डेयरी केपिटल बनाएंगे। पशुपालन एवं डेयरी विभाग का नाम पशुपालन, डेयरी और गौपालन विभाग होगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि गौपालन मध्यप्रदेश के किसानों की अर्थव्यवस्था सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। गौपालन लोगों को धर्म-संस्कृति से जोडऩे के साथ आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का बड़ा माध्यम है। *मध्यप्रदेश में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के ठोस प्रयास*मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश को देश की दुग्ध राजधानी बनाना है, राज्य शासन द्वारा इसके लिए अनेक कदम उठाए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश नदियों का मायका है। पूरा प्रदेश वनों से आच्छादित है। वर्ष 2002-03 तक पशुपालन विभाग का बजट सिर्फ 300 करोड़ था, जो बढ़कर अब 2600 करोड़ हो गया है। किसी समय प्रदेश में फैट मात्रा के अनुसार दूध खरीदने की व्यवस्था लागू की गई थी। राज्य सरकार ने अमृत समान गौ-माता का दूध खरीदने का निर्णय लिया है, ताकि गौ-पालकों तक लाभ पहुंचे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गाय का दूध सम्पूर्ण आहार है। राज्य में हाईटैक गौशालाएं संचालित हो रही हैं। सरकार का अर्थ ही यह है कि गरीबों के जीवन से कष्टों का नाश हो और सुख का मार्ग प्रशस्त हो। राज्य सरकार ने गौशाला संचालन के लिए अनुदान राशि 20 रुपए से बढ़कर 40 रुपए प्रति गाय प्रतिदिन की गई है। राज्य सरकार ने राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड से अनुबंध किया है। प्रदेश का दूध उत्पादन पांच गुना करने का लक्ष्य है। वर्तमान में प्रदेश में साढ़े पांच करोड़ लीटर दूध उत्पादित होता है और इसमें से लगभग आधा घरेलू उपयोग और शेष मार्केट तक पहुंचता है। फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित कर प्रदेश में दुग्ध से समृद्धि के लिए नई योजनाएं बना रहे हैं। दुग्ध उत्पादन और संकलन के कार्य को व्यवस्थित बनाने के लिए समितियों की संख्या भी 9 हजार से बढ़कर 26 हजार करने का संकल्प है।*प्राकृतिक खाद से उत्पादित अनाज का ज्यादा भाव देगी सरकार*मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पशुपालन विभाग का नाम बदल कर अब इसे पशुपालन के साथ गोपालन विभाग भी कहा जाएगा। गौ- माता को सम्मान देते हुए इस विभाग के माध्यम से कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जाएंगी। डॉ. भीमराव अम्बेडकर कामधेनु योजना में गाय के पालन के लिए अनुदान दिया जा रहा है। गाय के गोबर से किसान खाद बनाएं, सरकार प्राकृतिक खाद से उत्पादित अनाज का ज्यादा भाव देगी। वर्तमान में इंदौर, देवास, रीवा एवं कुछ अन्य जिलों में गौ-शालाओं के माध्यम से सीएनजी गैस का उत्पादन किया जा रहा है। किसानों को रसायन मुक्त प्राकृतिक और जैविक खाद उपलब्ध हो रही है। बड़ी गौशाला खोलने के लिए राज्य सरकार 125 एकड़ जमीन प्रदान करेगी। वर्तमान बजट में इसके लिए प्रावधान भी किया गया है। अगले तीन साल में गौ-पालन के क्षेत्र में प्रदेश का परिदृश्य बदलेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज 7 गौ-शालाएं पुरस्कृत हुई हैं और गौ सेवी भी सम्मानित हुए हैं। यह भोपाल, दमोह, अनूपपुर, रायसेन, छिंदवाड़ा, हरदा और विदिशा जिलों के हैं। कार्यक्रम में 73 गौशालाओं को पंजीकरण प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।*गौ-माता के सम्मान के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध*मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सड़कों पर घायल होने वाली गौमाता को गौशाला में पहुंचाएंगे। गौ माता अपनी कष्ट निवारण के लिए सड़क पर बैठती है, क्योंकि हमने उसे ऐसे ही छोड़ दिया है। वर्षाकाल में मच्छरों और कीड़ों से बचाव के लिए गाय और अन्य मवेशी सड़कों तक बैठने के लिए आ जाते हैं, क्योंकि वाहनों के आवागमन से हवा चलने पर उन्हें कष्ट से मुक्ति मिलती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गायों और अन्य पशुओं के लिए भगवान श्रीकृष्ण समर्पित थे। प्रदेश के हर ब्लॉक में वृंदावन ग्राम बनाए जाएंगे। बच्चों को गाय का दूध मिलेगा तो उन्हें कुपोषण से मुक्ति मिलेगी।*जिनके घर गाय वो गोपाल*मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जिनके घर गाय है, वे गोपाल है। मुख्यमंत्री निवास आज गौपालकों का निवास हो गया है। जहां गौमाता है, वहीं स्वर्ग है। हमें जन्म भले माता ने दिया है, पहली रोटी का अधिकार गौ-माता का ही है। सनातन संस्कृति में गौमाता का अहम स्थान है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश गौ-पालन से संपन्न बन रहा है। भारत की आत्मा गांवों में बसती है। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने वास्तव में गुजरात में अमूल संस्थान की स्थापना करवाई, हम प्राय: अमूल की प्रगति का श्रेय अन्य लोगों को दे देते हैं। गौ-पालन ऐसा माध्यम है, जो आय प्रदान करता है।*मध्यप्रदेश सरकार की नीतियों से गौपालन को प्रोत्साहन मिल रहा - श्री विष्णुदत्त शर्मा*भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव स्वयं गौपालक हैं। गौसेवा उनके जीवन का हिस्सा है। डॉ. यादव ने प्रदेश भर के सभी किसानों और गौपालकों के हितों के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। मध्यप्रदेश सरकार की नीतियों से गौपालन को प्रोत्साहन मिल रहा है। गौमाता को हमारी संस्कृति में देवतुल्य माना गया है। किसानों की आय बढ़ाने में दुग्ध उत्पादन बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। गौमाता की सेवा धर्म की सेवा के साथ लोगों को स्वावलंबी बनाने का बहुत महत्वपूर्ण साधन है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मध्यप्रदेश में दुग्ध उत्पादन को दोगुना करने के लिए नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) के माध्यम से कार्य किया जा रहा है। मध्यप्रदेश में किसानों की आय बढ़ाने के लिए पशुपालन और गौपालन को मध्यप्रदेश सरकार बढ़ावा दे रही है। लोगों को डेयरी स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है। गौपालन समाज के साथ जोडऩे का भी कार्य किया जा रहा है। गौपालन हमारे धर्म और संस्कृति से जुडऩे के साथ आर्थिक रूप से संपन्न बनाने के लिए भी जरूरी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गौ संरक्षण व संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए आहार योजना को 20 रूपए प्रतिदिन से बढ़ाकर 40 दिन किया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार हमेशा किसानों के हितों के लिए प्रतिबद्ध है। दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए गौशाला खोलने के लिए भी कई रियायतें दी जा रही है। इस अनुकरणीय पहल के लिए मैं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। कार्यक्रम को प्रदेश शासन के मंत्री श्री विश्वास सारंग एवं श्री लखन पटेल ने संबोधित किया। सम्मेलन में पार्टी के प्रदेश महामंत्री व विधायक श्री भगवानदास सबनानी, महापौर श्रीमती मालती राय, भोपाल नगर निगम अध्यक्ष श्री किशन सूर्यवंशी सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं प्रदेश भर से आए गौ-पालक उपस्थित थे।




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