(भोपाल)मैं लोकसभा चुनाव नहीं लडूंगी-उमा भारती

  • 07-Mar-24 12:00 AM

भोपाल 7 मार्च (आरएनएस)। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने लोकसभा चुनाव लडऩे से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दिन ही उन्होंने लोकसभा चुनाव ना लडऩे का फैसला कर लिया था।पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने गुरुवार को भोपाल स्थित अपने आवास पर पत्रकार वार्ता की। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में वरिष्ठ नेता से चर्चा हुई थी। उन्होंने तभी दो साल तक कोई चुनाव ना लडऩे का निर्णय कर लिया था। अब वे दो साल गंगा के लिए देना चाहती हैं।उमा भारती ने कहा- मैं चुनाव क्यों नहीं लड़ रही हूं? क्या हो रहा है? ऐसे कई सवाल लोगों के मन में हैं। मैं कह चुकी हूं कि मैं लोकसभा चुनाव नहीं लडूंगी। मैं जब अयोध्या में थी तो मुझे लगा कि मेरी दृढ़ता में कोई कमी रह गई की गंगा का काम अधूरा रह गया। मैं अगर अभी चुनाव लड़ी तो मैं अपने संसदीय क्षेत्र में लग जाऊँगी। इसलिए मैं दो साल तक गंगा के लिए काम करूंगी, तब तक चुनाव नही लड़ूंगी।जिन वरिष्ठ नेता से चर्चा हुई, उन्होंने मुझसे कहा कि तुम संगठन महामंत्री बीएल संतोष को ये बात बता देना। 24 फरवरी को संगठन महामंत्री संतोष को यह बात बता दी थी। एक घंटे हमारी चर्चा हुई। मैंने कहा- मेरा सहयोग लगे तो लीजिए। मैं इसका इंतजार करती रही कि मेरी चुनाव ना लडऩे वाली बात जेपी नड्डा बताएंगे कि मैं चुनाव क्यों नहीं लड़ रही! मैं चाहती थी कि हमारी पार्टी ही मेरे बारे में बताए कि मैं चुनाव नहीं लडऩा चाहती। मैं मोदी जी के साथ हूं। जेपी नड्डा जी को स्पष्ट करना चाहिए कि में चुनाव नहीं लडऩा चाहती हूं। यदि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा साफ नहीं करेंगे, तो में पत्र सार्वजनिक करूंगी।प्रज्ञा दीदी की जहां तक बात है तो प्रज्ञा दीदी ने बहुत बड़ी कुर्बानी दी है। जेल में बहुत सी यातनाएं सही हैं। आज अगर हम लोगों में से बहुत से लोग जेल में नहीं हैं तो उसका कारण प्रज्ञा हैं। उनको बहुत टॉर्चर किया गया था कि वे दो-चार नाम ले लें। उनमें एक नाम मेरा भी था अन्य संगठनों के बहुत वरिष्ठ लोगों के नाम लेने को कहा गया कि ये लोग भगवा आतंकवाद की रचना कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह सबसे बड़े वकील थे। दिग्विजय सिंह को एक इलूजन हो गया था जिसे वो सत्यता में बदलना चाहते थे। यहां क्या हुआ। सुप्रीम कोर्ट का निर्णय हुआ तब क्या हुआ? प्राण प्रतिष्ठा हुई तब क्या हुआ? देश ने एकजुटता के साथ सुना। दीदी मां का टिकट कटा है उस महिला ने बहुत कष्ट उठाए हैं मैं तो उनसे कहूंगी कि वो हम सबको क्षमा करें।उमा भारती ने कहा- मैं भाजपा नहीं छोडूंगी। पहले भी मैंने पार्टी नहीं छोड़ी, बल्कि निकाला गया था। मुझे पार्टी से तब भी मैंने मना किया था, जिन कारणों के आधार पर कार्रवाई की जा रही है, वे तथ्यात्मक नहीं हैं, लेकिन सब पहले तय ही कर लिया था।उमा ने राहुल गांधी की यात्रा पर कहा- राहुल भूल जाते हैं, इमरजेंसी भूल गए, सिखों को भूना गया भूल गए, हमारी सरकारों को भंग किया, भूल गए। मैं उम्र में मोदी जी से छोटी हूं, लेकिन पार्टी में ज्यादा वरिष्ठ हूं। भाजपा की जब दो सीटें थीं, उस वक्त में साथ थी। मैं भाजपा की सबसे निर्मल धारा थी। मुझे स्टार प्रचारक बनाने की जरूरत नहीं पड़ती। मैं खुद ही सुपर स्टार हूं।पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर उमा भारती ने कहा - कमलनाथ जी बहुत शानदार आदमी हैं। जब में मुख्यमंत्री थी, तो अपने छिंदवाड़ा क्षेत्र के काम के लिए आते थे। जिस दिन कमलनाथ की सरकार गिरी, शपथ के बाद मैं कमलनाथ जी से मिलने गई थी। उनके साथ कॉफी पीते हुए मैंने कहा कि दादा ऐसे अप डाउन राजनीति में आते रहते हैं। आप चिंता मत करो।




Related Articles

Comments
  • No Comments...

Leave a Comment