(भोपाल)युवक की हथाईखेड़ा डेम में डूबने से मौत
- 04-Aug-25 12:00 AM
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भोपाल 4 अगस्त (आरएनएस)। हथाईखेड़ा डैम में डूबने से युवक की मौत हो गई। वह दोस्त के साथ तैरने गया था। मृतक के भाई का आरोप है कि दोस्त ने भाई को तैरने के लिए मजबूर किया। जब वह गहरे पानी में डूबने लगा तो साथ छोड़कर भाग गया। भाई की मौत के बाद से ही दोस्त लापता है।घटना रविवार की शाम की है। सोमवार की दोपहर को पुलिस ने बॉडी का पीएम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।जानकारी के मुताबिक मनोज शमशेरिया (24) पुत्र बसंत शमशेरिया चालिस क्वार्टर पिपलानी का रहने वाला था। बड़े भाई समीर ने बताया कि मनोज नगर निगम में डेली वेतन भोगी था और सफाई का काम करता था।उसकी दोस्ती मोहल्ले में रहने वाले रितिक शमशेरिया से थी। रितिक गांजा पीने का आदि था। लिहाजा परिवार के लोग मनोज को रितिक के साथ न रहने की हिदायत देते थे। इसी कारण से वह हमसे रंजिश रखता था। रविवार की सुबह रितिक मनोज का पूछते हुए घर तक आया। मां ने बताया कि बेटा नहीं है, दोपहर को रितिक दोबारा आया। तब मां ने बताया कि बेटा सुलभ शौचालय गया हुआ है।इसके बाद रितिक मनोज की तलाश में शौचालय तक पहुंच गया। मनोज के बाहर आते ही उसे रितिक साथ में हथाईखेड़ा डेम ले गया। यहां दोनों मछली पकडऩे लगे। तब रितिक ने मनोज को गांजा पिलाया। समीर के मुताबिक इस समय वह भी तालाब के दूसरे कोने पर था और पूरी गतिविधि को देख रहा था।मनोज और रितिक तैरकर तालाब की दूसरी तरफ जाना चाहते थे। रास्ते में ही मनोज की सांसें उखडऩे लगीं, लिहाजा वे डूबने लगा। तब रितिक उसे डूबता देखकर अधिक तेजी से तैरने लगा। उसे बचाने का कोई प्रयास नहीं किया। एक किनारे पर आने के बाद वह भाग गया। भाई को डूबता देख समीर तालाब के उस हिस्से तक पहुंचे जहां भाई डूबा था, तब तक देर हो चुकी थी। भाई तालाब में डूब चुका था, बाद में पुलिस को सूचना दी। नगर निगम के गोताखोरों की मदद से शव को पानी से बाहर निकाला गया।मनोज के पिता बुजुर्ग हैं और फिलहाल घर में ही रहते हैं। घर खर्च को चलाने की जिम्मेदारी बड़े भाई समीर और मनोज की थी। मृतक मनोज की चार बहन और एक बड़ा भाई है। मनोज पांचवे नंबर का था और परिवार का बेहद लाडला था। वहीं, पुलिस का कहना है कि मामले की सभी एंगल पर जांच की जा रही है।
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