(भोपाल)राहुल गांधी के आरोप को लेकर मंत्री विश्वास सारंग का बयान
- 14-Aug-25 12:00 AM
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भोपाल 14 अगस्त (आरएनएस)। विगत कुछ दिनों से कांग्रेस विपक्षी दल और राहुल गांधी झूठ और फरेब की राजनीति को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं...उनके पास टीम है जो सेंसेशनल शब्द देकर देश के लोकतंत्र को बदनाम करने की कोशिश करते है.. वोट चोरी जैसे शब्द को जनता में परोसा, जिससे लोकतंत्र और संवेधानिक संस्था बदनाम हो.. आजादी के बाद जनता ने कांग्रेस को लंबे समय तक कांग्रेस को जनादेश दिया... कांग्रेस जब भी सरकार में रही उन्होंने लोकतंत्र को बदनाम करने का काम किया... 1952 में अंबडेकर को कांग्रेस हराने का षड्यंत्र किया...कांग्रेस ने 74 हज़ार से ज्यादा वोटों को खारिज करवाया था जबकि अंबेडकर 14 हज़ार वोटों से हारे थे... जिसके खिलाफ डॉ आंबेडकर ने याचिका भी दायर की.. कांग्रेस की स्थिति देश मे बदतर हो गयी है... कांग्रेस ने हर समय अपनी हार का ठीकरा चुनाव आयोग पर लगाया... कांग्रेस को अपनी नीति पर विचार करने की जरूरत है, जनता हर समय उन्हें हरा रही है... चुनाव आयोग गड़बड़ी करता तो क्या राहुल और प्रियंका गांधी चुनाव जीत पाते...क्या उनकी सरकार बन पाती... कांग्रेस शासित कर्नाटक के मंत्री ने राहुल गांधी की बात का खंडन किया... कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की तो उन्हें हटा दिया...मंत्री राजन्ना को सफाई तक नहीं देने दी... कांग्रेस ने देश को बदनाम करने की सुपारी ली है, वो अर्बन नक्सल जैसा काम कर रहे हैं...राहुल गांधी झूठ फरेब की राजनीति कर रहे हैं.. कांग्रेस लगातार चुनाव आयोग और ईवीएम पर आरोप लगा रही है, लेकिन उनकी आपत्ति केवल प्रेस कॉन्फ्रेंस तक सीमित... उन्हें आपत्ति है तो चुनाव आयोग में लिखित शिकायत करें... कांग्रेस के पास तथ्य नहीं है, उन्हें लगता है कि सौ बार झूठ बोलेंगे तो सच मान लेंगे... बिहार चुनाव में एनडीए की जीत होगी इसीलिए कांग्रेस इस प्रकार के आरोप लगा रही है... जब-जब देश के मान-सम्मान का लोहा मानती है तब-तब राहुल गांधी देश को बदनाम करते है... राहुल गांधी सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर ऑपरेशन सिंदूर पर प्रश्नचिन्ह लगाकर देश को बदनाम करते हैं... अभी जब पूरा हिंदुस्तान तिरंगामय हुआ है तो वो प्रश्न चिन्ह लगाकर बदनाम करना चाहते हैं... कांग्रेस की साख खत्म हो गयी है...कांग्रेस को नाच ना आवे आंगन टेड़ा जैसी कहावत पर ना चले...कांग्रेस अपने नेता और नीति पर विचार करे..वोट चोरी जैसा शब्द प्रचारित कर नकारात्मक राजनीति करना ठीक नहीं है...गुरकीरत सिंह, आदित्य सिंह जो भी नाम कांग्रेस ने लिये उसपर चुनाव आयोग ने स्पष्टीकरण दिया।
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