(भोपाल) कांग्रेस की ओबीसी राजनीति का जवाब कैसे देगी भाजपा

  • 02-Oct-23 12:00 AM

भोपाल,02 अक्टूबर (आरएनएस)। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा अगले सप्ताह तक हर हाल में होने की संभावना है। पिछली बार छह अक्टूबर को विधानसभा चुनाव की घोषणा हो गई थी। इस बार भी चुनाव दस अक्टूबर से पहले घोषित हो जाएंगे? इस संभावना के चलते सत्ताधारी दल भाजपा के कार्यक्रमों में भी बदलाव देखने को मिल रहा है। लाड़ली बहना योजना के तहत पिछले चार माह से दस तारीख को दी जा रही राशि अक्टूबर माह में चार तारीख को जारी की जाने वाली है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मेादी भी दो अक्टूबर को ग्वालियर में आ रहे हैं। 25 सितम्बर को भी प्रधानमंत्री ने भोपाल में पार्टी कार्यर्ताआं को संबोधित किया था। मप्र में ओबीसी की आबादी पचास प्रतिशत से अधिक है, यह शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार भी स्पष्ट कर चुकी है। नगरीय निकाय के चुनाव में यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था सुप्रीम कोर्ट में सरकार ने पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग की रिपोर्ट के आधार पर इस वर्ग की आबादी 51 प्रतिशत बताई थी। मध्यप्रदेश में कांग्रेस सालों तक ओबीसी वोटरों के सहारे ही सरकार बनाती रही है। यादवों का खासा दबदबा कांग्रेस पार्टी में देखने को मिलता रहा है। दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में ओबीसी के स्थान पर अनुसूचित जाति पर फोकस किया गया था। दलित एजेंडा काफी चर्चित रहा। उसके बाद से ही कांग्रेस के लिए सत्ता में वापसी चुनौती पूर्ण कार्य न गय। इसके विपरीत भाजपा ने अपने राजनीति का फोकस ब्राह्मण-बनिया से हटाकर पिछड़ा वर्ग पर कर दिया। उमा भारती, बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान इसी राजनीति का हिस्सा हैं। कमलनाथ की रणनीति भी ओबीसी वोटरों को साधने की रही है। अनिल पुरोहित




Related Articles

Comments
  • No Comments...

Leave a Comment