(भोपाल) राजधानी के अस्पतालों में रोजाना पहुंच रहे 200 से अधिक स्ट्रोक के मरीज, दस की हो जाती है मौत

  • 29-Oct-23 12:00 AM

भोपाल,29 अक्टूबर (आरएनएस)। दुनिया भर में कोरोनरी धमनी रोग के बाद मृत्यु का दूसरा बड़ा कारण ब्रेन स्ट्रोक है। यह स्थायी विकलांगता का भी बड़ा कारण है। प्रदेश के हृदय रोगियों में 20-25 फीसद मामले स्ट्रोक के सामने आ रहे हैं। यहां हर साल करीब 40 से 50 हजार लोग स्ट्रोक से पीडि़त हो रहे हैं। बीएमएचआरसी के न्यूरोसर्जन डॉ. सौरभ दीक्षित ने बताया कि स्ट्रोक अब सिर्फ वृद्धों तक सीमित नहीं रहा। जीवनशैली में बदलाव के चलते 30 साल से कम उम्र के युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। जानकार बताते हैं कि राजधानी के अस्पतालों में 200 मरीज पहुचं रहे हैं। इनमें से दस की मौत हो जाती है, इसलिए साढ़े चार घंटे के गोल्डन पीरियड में उपचार बेहद जरूरी है। अनिल पुरोहित




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