(भोपाल) स्कूल पर ताला, गेट के बाहर लगी रही क्लास

  • 14-Oct-23 12:00 AM

भोपाल,14 अक्टूबर (आरएनएस)। भोपाल की मोती मस्जिद इलाके में स्थित सुलेमानिया स्कूल को रिनोवेशन के चलते दूसे स्कूल में शिफ्ट कर दिया गया है। इसे लेकर अभिभावकों में खासी नाराजगी है। इस मामले में स्कूल प्रशासन और अभिभावकों का विवाद इतना बढ़ गया है कि अब पेरेंट्स बच्चों को स्कूल भेजने की बजाय स्कूल की पुरानी बिल्डिंग के दरवाजे पर ही पढ़ाना शुरु कर दिया है। पेंरेट्स का आरोप है कि रिनोवेशन करने वाली कंपनी की लेबर को ठहराने के लिए जगह देने के चलते शिक्षा विभाग ने बच्चों को एक्सीडेंटल जोन में स्थित स्कूल में शिफ्ट कर दिया है। इसकी शिकायत चुनाव आयुक्त एवं मानव अधिकार आयोग को भी पेरेंट्स ने की है। बता दें कि सुलेमानिया स्कूल नवाबी दौर की बनी हुई बिल्डिंग में है। इस बारे में एक अभिभावक $गजऩफर अली ने बताया कि स्कूल दो भागों में बना है। एक भाग पुराना है तो दूसरा भाग नया है, जो कि साल 2009 में बना था। हाल ही में स्कूल के रिनोवेशन की बात सामने आई। स्कूल के जिस भाग का रिनोवेशन होता है, उस भाग में स्कूल नहीं लगता है, बल्कि वह स्कूल पक्के वाले भाग में लगता है। 14 सितम्बर को रिनोवेशन करने वाली कंपनी की लेबर को स्कूल मैनेजेंट ने बच्चों की क्लास में सोने की परमिशन दी गई। जिसका हमने विरोध किया। फिर 18 सितम्बर को स्कूल ने बिना कुछ बताए आदेश जारी कर स्कूल को हमीदिया गर्ल्स स्कूल में शिफ्ट कर दिया। अभिभावकों ने बताया कि फतेहगढ़ स्थित जिस स्कूल में शिफ्ट किया गया है। वहां वाहन तेजी से चलते हैं, सुलेमानिया स्कूल में नर्सरी से आठवीं तक के बच्चे पढ़ते हैं। इसमें अधिकतम बच्चे मजदूरी पेशा लोगों के हैँ। छोटे बच्चों का उस सड़क पर जाना खतरनाक है, इसलिए नहीं भेज सकते। वहीं पक्के भाग में अभी भी क्लास लग सकती है। मगर, ठेकेदारों के मजदूरों को सिर्फ सोने की जगह देने के कारण ऐसा किया जा रहा है।




Related Articles

Comments
  • No Comments...

Leave a Comment