(भोपाल) हिंदुत्व के फ्लेवर में ही चलता है ओबीसी कार्ड
- 30-Apr-24 12:00 AM
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भोपाल,30 अप्रैल (आरएनएस)। विपक्ष और राहुल गांधी को लगता है कि जातीय जनगणना की बात करके वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को बैक फुट पर ला सकते हैं। कांग्रेस और विपक्षी इस मुद्दे को सबसे अधिक महत्व दे रहे हैं लेकिन भाजपा में ओबसी वर्ग का समर्थन हथियाना इतना आसान नहीं है। सबसे प्रमुख बात यह है कि ओबसी वोट बैंक को हिंदुत्व और सनातन के खिलाफ बयान बाजी करके अपनी तरफ नहीं किया जा सकता। संघ परिवार के नेतृत्व ने पिछले 95 वर्षों से हिंदुत्व का जो आंदोलन देश भर में चल रहा है, उसमें सबसे अधिक हिस्सेदारी ओबीसी जातियों की है। लोधी, कुर्मी, जाट, मल्लाह, कुशवाहा, गुर्जर, विश्नेाई, नाई, बढ़ई, सुतार, स्वर्णकार, धोबी रजक, धनगर, पाल, गड़रिया, धाकड़, माली, बंजारा, किरार, तेली, धांती, ऐसी जातियों है जो प्रखर हिंदुत्व को अपनाती रही हैं। यही जातियां भाजपा का प्रमुख वोट बैंक है। यादव अहीर समुदाय प्रदेश स्तर पर अखिलेश यादव और लालू यादव के साथ है लेकन राष्ट्रीय स्तर पर यह भी हिंदऊत्व का साथ देता है। अयोध्या आंदोलन में शामिल होने वाले 80 फीसदी समुदाय इन्हीं जातियों से थे। यह जातियां भाजपा का बड़ा वोट बैंक हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ परिवार के हिंदुत्व के चलते ओबीसी वर्ग का 30 फीसदी भी समर्थन प्राप्त करना विपक्षी गठबंधन के लिए बहुत मुश्किल होगा। बिहार और उत्तर प्रदेश में भाजपा में अति पिछड़ा वर्ग यानी एक्सट्रीमली बैकवर्ड कास्ट जिसे ईसीडी कार्ड कहा जाता है, खेला है। इसका लाभ भी उसे मिला है। महाराष्ट्र में भी भाजपा ने ईसीडी कार्ड खेलकर सोशल इंजीनियरिंग की है। जहां तक मध्य प्रदेश का सवाल है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के चलते भाजपा के ओबीसी वोट बैंक पर सेंध लगाना आसान नहीं होगा। कांग्रेस को ओबीसी वर्ग का महत्व तब समझ में आया जब वह उत्तर ्रपदेशऔर बिहार में शून्य पर पहुंच गई। संघ परिवार ने बाबा सहब देवरस, भाऊराव देवरस और दत्तापंत ठेंगड़ी की लाइन पर चलते हुए पांच दशक पूर्व ही सोशल इंजीनियरिंग प्रारंभ कर दी थी। नतीजा यह है कि आज ओबीसी जातियां हिंदुत्व के अंब्रेला के नीचे एकत्रित हैं। ओबसी जातियों को सनातन और हिंदुत्व पर गाली देकर अपनी तरफ नहीं किया जा सकता। जहां तक हिंदुत्व का प्रश्न है जो संघ परिवार के रास्ते कांग्रेस इस मुद्दे पर कभी भी विश्वसनीयता हासिल नहीं कर सकती। ओबीसी वर्ग को भी रिझाने के लिए भाजपा केवल हिंदुत्व का सहारा नहीं ले रही तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार लगातार ऐसी योजनाएं क्रियान्वित कर रही हैं जिससे अति पिछड़े और पिछड़े वर्ग को लाभ हो। अनिल पुरोहित
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