(महत्वपूर्ण)(रायपुर) धान खरीदी उत्सव की तैयारियां शुरू
- 03-Oct-25 08:11 AM
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0-मार्कफेड नोडल एजेंसी करोड़ों का लेगी लोन
0-खरीदी केन्द्रों की संख्या बढ़ी, कुशल अकुशल श्रमिकों की भर्ती, कैप कव्हर के लिए टेण्डर जारी
रायपुर,03 अक्टूबर(आरएनएस)। प्रदेश में खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए धान खरीदी की सभी तैयारियां मार्कफेड द्वारा द्वारा कर दी गई है। इस वर्ष भी धान खरीदी के लिए खरीदी केन्द्रों की संख्या बढ़ाई जा रही है। वहीं खरीदी केन्द्रों में इलेक्ट्रानिक तराजू, अर्धकुशल, कुशल श्रमिकों एवं परिवहन के लिए टेण्डर आमंत्रित किए जा रहे हैं। इस वर्ष भी करीब एक लाख 20 हजार मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा जाएगा। समझा जाता है कि धान खरीदी वर्षा के विलंब से होने के कारण आगामी नवंबर माह से शुरू होगी।
राज्य शासन द्वारा अभी धान खरीदी के लिए निश्चित तिथि तय नहीं की गई है। लेकिन समझा जाता है कि 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू की जाएगी। इस वर्ष पानी गिरने के कारण धान खरीदी विलंब से शुरू होगी। इसके तहत यहां किसानों को सहकारी समितियों में पंजीयन कराना अनिवार्य कर दिया है, इसके लिए आधार कार्ड, बैंक की पासबुक, फोटोकापी एवं बी1 की कॉपी जमा करना अनिवार्य कर दिया गया है। अधिकारी सूत्रों के अनुसार प्रतिवर्ष की तरह मार्कफे ड को नोडल एजेंसी बनाया गया है। मार्कफेड के द्वारा धान खरीदी के लिए विभिन्न संस्थाओं से लोन भी लिया जाता है। यह लोन 25 हजार करोड़ से ज्यादा का होगा।
धान को वर्षा से बचाने के लिए कैप कव्हर की खरीदी
मार्कफेड के अपर प्रबंध संचालक द्वारा जारी सूचना के अनुसार खरीफ वर्ष 2025-26 में धान खरीदी के पश्चात धान को वर्षा बचाने के लिए कै प कव्हर की खरीदी की जाएगी। यह खरीदी जेम पोर्टल के माध्यम से होगी। इसके लिए निविदा 31 अक्टूबर तक ऑनलाइन आमंत्रित की गई है। जेम पोर्टल के माध्यम से ई-निविदा सूचना में इच्छुक निविदाकर्ता अपना प्रपत्र ऑनलाईन भर सकते हैं। निविदा की तकनीकी जानकारी ई-मेल हेल्पडेस्क जेम के माध्यम से मंगाई जा रही है। इसके अलावा कुशल, अर्धकुशल श्रमिकों की भर्ती की जा रही जो कि धान खरीदी केन्द्रों में काम करेंगे। इसके लिए भी टेण्डर जारी कर दी गई है। वर्षा से भीगने के कारण धान में अंकुरन हो जाता है, इसे कोई नहीं खरीदता जिससे करोड़ का नुकसान होता है।
बारदाना खरीदने के लिए जुट कमिश्रर से चर्चा
राज्य सरकार द्वारा पिछले वर्ष एक लाख 20 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई थी। जूट कमिश्रर से बारदाना खरीदे जाने की प्रक्रिया चल रही है। राज्य के इससे लिए हजारों गठान बारदाना खरीदना होगा। मार्कफेड ने इसके लिए आर्डर कर दिया है। भारत सरकार के निर्देशानुसार यदि जूट के बोरे नहीं मिले तो प्लास्टिक के बोरे से काम चलाया जा सकेगा, लेकिन इसकी गुणवत्ता पर ध्यान रखना होगा। विभिन्न जिलों के कलेक्टरों द्वारा धान संग्रहण के पश्चात परिवहन के लिए भी टेण्डर जारी किया जा रहा है। धान का संग्रहण का पश्चात मिलिंग का काम तेजी से हो। इस पर ध्यान दिया जा रहा है।
250 नए खरीदी केन्द्र बनाए गए
राज्य में वर्तमान में 250 नए धान खरीदी केन्द्र बनाए जा रहे हैं। वैसे यहां पर कुल 2200 धान खरीदी केन्द्र हैं। प्रत्येक 5-6 गांवों के पीछे धन खरीदी केन्द्र बनाए जाना है। इसमें कम्प्यूटर ऑपरेटर की भर्ती की जा रही है। वर्तमान में राज्य सहकारी विपणन संघ के अध्यक्ष पदपर कोई जन्म प्रतिनिधि नहीं है। राज्य में धान खरीदी एक महत्पूर्ण कार्य है। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी एक महत्वूर्ण कार्य है। यह कार्य खाद्य एवं विभाग द्वारा किया जाता है। इसलिए इस कार्य को आप ही जिम्मेवारी पूर्वक कराने की जरूतर है। मार्कफेड को नोडल एजेंसी बनाया जाता है, जिसमें कलेक्टर, खाद्य नियंत्रक एवं सहकारी बैंकों को भी आवश्यक जिम्मेदारी दी जाती है।
आर. शर्मा
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