(महत्वपूर्ण)(रायपुर) धान खरीदी तिहार उत्सव की तैयारियां शुरू
- 17-Sep-25 08:58 AM
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0-524 नए धान खरीदी केन्द्र बनाएं जाएंगे
0-सरकार 1.20 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने के लिए 25 हजार करोड़ से ज्यादा का लोन लेगा
0-बारदाने की व्यवस्था की जा रही
रायपुर,17 सितबंर (आरएनएस)। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी के लिए सारी तैयारियां शुरू हो गई है, मार्कफेड को नोडल एजेंसी बनाया गया है। मार्कफेड द्वारा 1.20 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी के लिए 524 नए धान खरीदी केन्द्र बनाए जा रहे हैं। जिलो में धान के भण्डारण एवं परिवहन के लिए कलेक्टरों द्वारा टेण्डर जारी किए जा रहे हैं। इसके अलावा मार्कफेड द्वारा करीब 25 हजार करोड़ का ऋण लिए जाने की प्रक्रियाधीन है।
मार्कफेड के सूत्रों के अनुसार आगामी माह से धान खरीदी शुरू हो जाएगी। इसके लिए सहकरी समितियों में किसानों का पंजीयन किया जाना है। किसानों को ऋण पुस्तिका आधार कार्ड लिंक के साथ, बैंक का पासबुक जरूरी है, यदि किसान नहीं आ पाता तो उसे अपनी नॉमिनी का आधार कार्ड देना होगा। यह पंजीयन एग्रीस्टेक पोर्टल में किया जा रहा है। राज्य में धान खरीदी के उपार्जन केन्द्र और भण्डारण केन्दों की संख्या बढ़ाई जा रही है, यहां पर इलेक्ट्रानिक तराजू लगाया जाएगा। मार्कफेड के माध्यम से सभी किसानों को भुगतान किया जाएगा। राज्य में विभिन्न सरकारी बैंकों के माध्यम से इसका भुगतान होगा।
धान खरीदी केन्द्रों की संख्या बढ़ाई जा रही है
मार्कफेड से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान 2018 धान खरीदी केन्द्र है, इसे बढ़ाकर और नए 532 केन्द्र खोले जाएंगे, लेकिन सरकार द्वारा सिर्फ 524 नए केन्द्रों की अनुमति मिलने की संभावना है। मार्कफेड द्वारा बारदाने की व्यवस्था की जा रही है, इसके लिए टेण्डर जारी कर दिया गया है। राज्य सरकार के माध्यम से मार्कफेड करीब 25 हजार करोड़ का लोन लेगा इसके पश्चात आवश्यकता पडऩे पर और ज्यादा लोन लिया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा धान की खरीदी और मिलिंग के भी रेट तय कर दिए गए हैं। कलेक्टर द्वारा धान परिवहन एवं भण्डारण के केन्द्र नए बनाए जा रहे हैं। धान खरीदी का तत्काल भुगतान किया जाए, इसकी भी व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए सभी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। ज्ञात रहे पिछले वर्ष 35 लाख मीट्रिक धान का उठाव नहीं हो पाया था, इसके पश्चात इसका नीलामी की गई,जिसे सस्ते दर पर बेचना पड़ा। धान खरीदी का काम मूलत: खाद्य और सहकारिता विभाग द्वारा किया जाता है। जिसके कारण आय दिन विवाद होता रहता है।
छत्तीसगढ़ सरकार धान खरीदी समर्थन मूल्य पर करती है, सरकार द्वारा एक हजार रूपए बोनस दिया जाता है, जिसके कारण अब धान खरीदी एक प्रमुख त्यौहार बनता जा रहा है। इसे करीब 25 लाख से अधिक पंजीकृत किसान लाभान्वित होते हैं।
आर. शर्मा
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