(महत्वपूर्ण) (रायपुर) धान खरीदी के लिए एकल प्लास्टिक बोरा लेगा मार्कफेड
- 14-Oct-25 08:19 AM
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0-जूट का बारदाना पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहा है
0-8 लाख गठान बोरों की आवश्यकता होगी
रायपुर, 14 अक्टूबर(आरएनएस)। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी उत्सव 15 नवंबर से शुरू हो रहा है। जूट की बारदाने की कमी को देखते हुए एकल प्लास्टिक बोरा की खरीदी करने का निर्णय लिया है। जिसके तहत अब बारदानों की कमी दूर हो जाएगी। मार्कफेड ने इसके लिए टेण्डर जारी कर दिया है।
छत्तीसगढ़ विपणन संघ द्वारा बारदाना खरीदी के लिए जूट कमिश्रर कलकत्ता से संपर्क किया गया। लेकिन यहां पर जूट की बारदाने की कमी है। इसके चलते राज्य शासन ने एकल प्लाटिक बोरा खरीदने का निर्णय लिया है, इसके तहत मार्कफेड ने टेण्डर जारी कर दिया है। यह खरीदी जेम पोर्टल के आधार पर की जाएगी। राज्य में इस समय 1.50 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा जाएगा, जिसके कारण लाखों बोरा की आवश्यकता पड़ेगी। केन्द्र शासन द्वारा प्लाटिक बोरों की अनुमति नहीं दी जाती थी, लेकिन जूट के बारदाने की कमी को देखते हुए इसकी अनुुमति प्रदान कर दी गई है। मार्कफेड ने परिवहन, कम्प्यूटर ऑपरेटरों की भर्ती सहित अन्य कार्यों के लिए भी टेण्डर जारी कर दिया है, विभिन्न व्यवसायिक बैंको से 50 लाख करोड़ का ऋण लिया जा रहा है। अपेक्स बैंक के माध्यम से इसका भुगतान किया जाएगा। केन्द्रीय सहकारी बैंक रायपुर, अम्बिकापुर, दुर्ग, राजनांदगांव, जगदलपुर बैंक से किसानों को आरटीजीएस सिस्टम से भुगतान किया जाएगा। इसके लिए अपेक्स बैंक द्वारा एक साफ्टवेयर बनाया जा रहा है, जो कि सिर्फ केन्द्र के निर्देशानुसार फ सल क्रांप तथा राजस्व विभाग की निर्धारित शर्तें पूरी करेगा। राज्य में कुल 2379 धान खरीदी केन्द्र शुरू किए जा रहे हैं। वर्तमान में मार्कफेड धान खरीदी को लेकर घाटे में चल रहा है। चावल माफिया, राईस मिलर्स, मार्कफेड को घाटे में ले जा रहे हैं। प्रदेश में 8 लाख गठान बारदानों की आवश्यकता होती है। राज्य में पिछले वर्ष बारदाने के लिए किसानों को किराए से बारदाना दिया जा रहा था।
रासायनिक उर्वरकों की खरीदी
मार्कफेड द्वारा वर्ष 2025 के लिए रासायनिक उर्वरकों की खरीदी की जाएगी। प्रदेश में एनपीके , यूरिया, पोटास की आवश्यकता पड़ेगी। यहां पर धान के पश्चात रवि फसल की तैयारी की जाएगी। इसके लिए भी खाद की आवश्यकता होगी। प्रदेश में प्रतिवर्ष 11 हजार करोड़ रूपए की धान खरीदी की जाती है। यहां पर एनपीके खाद की सबसे ज्यादा आवश्यकता है। राज्य मेें धान खरीदी उत्सव 15 नवंबर से शुरू हो रही है। इसके लिए तोहर टोकन-तोहर द्वार के तहत टोकन दिया जाएगा। इसके लिए धान खरीदी में गांव के लिए अलग-अलग तिथि तय की गई है।
आर. शर्मा
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