
(महासमुंद ) महासमुंद की दिव्या रंगारी ने रचा इतिहास, मलेशिया में भारत को दिलाया गोल्ड मेडल
- 25-Sep-25 12:00 AM
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महासमुंद25 सितबंर (आरएनएस)। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले की बेटी दिव्या रंगारी ने अंतरराष्ट्रीय खेल मंच पर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। दिव्या ने मलेशिया में आयोजित अंडर'6 एशियन वूमेन्स बास्केटबॉल चैंपियनशिप 2025में भारतीय टीम का हिस्सा बनते हुए शानदार प्रदर्शन किया और टीम को गोल्ड मेडल दिलाया। इस जीत के साथ भारत ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में 8 वर्षों बाद धमाकेदार वापसी की है।13 से 19 सितंबर के बीच मलेशिया में हुए इस टूर्नामेंट में भारत का मुकाबला कुल 8 देशों से हुआ। दिव्या की अगुवाई में टीम ने हर मैच में दमखम दिखाया और फाइनल मुकाबले में जीत दर्ज करते हुए देश को चैंपियन बना दिया। खास बात यह रही कि *छत्तीसगढ़ से दिव्या ही एकमात्र खिलाड़ी थीं, जिन्हें इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करने का गौरव प्राप्त हुआ।वापसी पर हुआ भव्य स्वागतमहासमुंद लौटने पर दिव्या रंगारी का शानदार स्वागत किया गया। शहरवासियों, जनप्रतिनिधियों, खेल प्रेमियों और विभिन्न संगठनों ने जगह-जगह उन्हें फूल-मालाओं से सम्मानित किया। ढोल-नगाड़ों, पटाखों और भारत माता की जय के नारों से शहर गूंज उठा। मिठाई और उत्साह से भरे माहौल में दिव्या ने सभी का आभार जताया।कठिनाइयों से नहीं डरने का दिया संदेशदिव्या ने इस मौके पर युवा खिलाडिय़ों को प्रेरित करते हुए कहा, मुश्किल हालातों में मैदान छोडऩे की बजाय डटे रहो, सफलता जरूर मिलेगी।" उन्होंने अपनी उपलब्धि का श्रेय अपने कोच, माता-पिता और बास्केटबॉल संघ को दिया।परिजन हुए गर्वितदिव्या के पिता ने भावुक होते हुए कहा, आज लोग मुझे मेरी बेटी के नाम से पहचानने लगे हैं, इससे बड़ा गर्व किसी पिता के लिए नहीं हो सकता।" परिवार के साथ-साथ पूरा महासमुंद आज दिव्या की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहा है।बास्केटबॉल संघ ने जताई खुशीछत्तीसगढ़ बास्केटबॉल संघ ने दिव्या की जीत पर खुशी जताते हुए कहा कि आने वाले समय में खिलाडिय़ों को और बेहतर अवसर दिए जाएंगे, ताकि वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम और ऊंचा कर सकें।दिव्या की यह उपलब्धि न सिर्फ महासमुंद, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए एक प्रेरणास्पद मिसाल बन गई है।
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