(महोबा)भागवत कथा सुनने से मिलती है मन को शांति
- 30-Oct-23 12:00 AM
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- पनवाड़ी विकासखंड के छतेसर गांव में चल रही कथामहोबा 30 अक्टूबर (आरएनएस )। जिले के पनवाड़ी विकासखंड के छतेसर गांव के हनुमान मंदिर में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा में कथा वाचक रमाकांत कौशिक शास्त्री जी महाराज ने कथा के महात्म्य का सुंदर वर्णन किया। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत में लिखा है कि जिसके करोड़ों जन्मों में पुण्य एकत्रित हो जाते हैं, वह व्यक्ति भागवत कथा सुनता है। उन्होंने कहा कि भागवत कथा को सुनने का फल यह भागवत कल्पवृक्ष है। आप जिस मनोरथ के साथ श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करेंगे, आपके उस मनोरथ की सिद्धि होगी। आप अगर निर्धन हैं, धन की इच्छा लेकर सुनेंगे तो धनवान होंगे। रोगी हैं, निरोगी काया की इच्छा लेकर अगर कथा सुनेंगे तो निरोगी काया प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सुनने मात्र से ही जीव का कल्याण हो जाता है। विश्व में सभी कथाओं में से यह कथा श्रेष्ठ मानी गई है। जिस स्थान पर कथा का आयोजन किया जाता है, उसे तीर्थस्थल कहा जाता है। इसको सुनने एवं आयोजन कराने का सौभाग्य भी प्रभु प्रेमियों को ही मिलता है। ऐसे में अगर कोई दूसरा अन्य भी इसे गलती से भी श्रवण कर लेता है तो भी वह कई पापों से मुक्ति पा लेता है।ऑर्गन वादक गोविंदराम ने सुंदर भजन सुना कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। ढोलक पर जीतेंद्र एवं पैड पर भूपेंद्र ने सहयोग किया। इस मौके पर डॉ पंकज तिवारी, कमलेश, विपेंद्र, देवेंद्र सहित सैकड़ों श्रोता मौजूद रहे।
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