(मेरठ)मंदोदरी के मंदिर पर विवाद फिर शुरू, 25 आरोपों के घेरे में

  • 18-May-25 12:00 AM

मेरठ 18मई (आरएनएस )। भगवान जगन्नाथ जी की यात्रा के नजदीक आते ही एक बार फिर महाबिल्वेश्वर नाथ भगवान जगन्नाथ मंदिर के मुख्य पुजारी और सेवा ट्रस्ट के लोगों के बीच विवाद हो गया है। मंदिर में कुआं बंद करने का आरोप लगाते हुए पूर्व पार्षद दिनेश गोयल और मुख्य पुजारी गणेश दत्त शर्मा ने राष्ट्रीय हरित अभिकरण (एनजीटी) में शिकायत की। शनिवार को छावनी स्थित रेस्टोरेंट में आयोजित प्रेसवार्ता में दावा किया गया कि एनजीटी ने भाजपा मेरठ महानगर अध्यक्ष समेत 25 लोगों को नोटिस दिए हैं। यह वही मंदिर है जहां रावण की पत्नी मंदोदरी पूजा करती थी।मुख्य पुजारी ने मंदिर में कुछ लोगों द्वारा किए गए अवैध कार्यों को उजागर करने का दावा किया। वहीं, पूर्व पार्षद ने बताया कि मंदिर परिसर में एक पुरातात्विक कुआं मौजूद है। यह स्वच्छ भूजल का स्रोत था। पूजा में भी कुएं के जल का प्रयोग होता था, लेकिन कुछ लोगों ने इसे भरकर बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग फर्जी दस्तावेज बनाकर मंदिर की संपत्ति हड़पने की कोशिश कर रहे हैं। इसके खिलाफ एनजीटी में एक याचिका दायर की है। दिनेश गोयल और गणेश शर्मा ने दावा कि इसमें 25 लोगों को नोटिस जारी किया गया है। इनमें गणेश अग्रवाल, भाजपा महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी, पवन गर्ग, पारस गोयल, विजय गोयल, हरीश चंद जोशी, रूपक जोशी और कुछ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी शामिल हैं।उधर, दूसरे पक्ष के विजय गोयल और गणेश अग्रवाल ने बताया कि 2014 में स्वयं उन्होंने भी कुएं को बंद करने के बारे में जिलाधिकारी से शिकायत की थी। इस संबंध में तत्कालीन एसीएम ने जांच भी की थी। जांच में जिन लोगों के नाम सामने आए, वे लोग अलग हैं। प्रेसवार्ता कर आरोप लगाने वाले लोग भी उस पक्ष को जानते हैं। सभी आरोप निराधार हैं। गणेश अग्रवाल ने बताया कि 2014 में वह इस मंदिर समिति से जुड़े भी नहीं थे। इसके बावजूद उनके पास एनजीटी से नोटिस भिजवाए जा रहे हैं।




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