(मेरठ)सौरभ हत्याकांड में बड़ा खुलासा

  • 27-Sep-25 12:00 AM

गवाह बोला-एक बैग में कटा सिर था, दूसरे में उस्तरा-पन्नी में मिले हाथ के पंजेमेरठ,27 सितंबर (आरएनएस)। मेरठ के ब्रह्मपुरी के इंदिरा नगर में हुआ सौरभ हत्याकांड पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस वारदात में पत्नी ने ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतार दिया। सौरभ की पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल ने पूरी प्लानिंग के साथ हत्या की साजिश रची थी।दोनों ने न सिर्फ सौरभ की हत्या की, बल्कि उसकी लाश को छिपाने के लिए हैवानियत की हदें पार कर दीं। आज यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रहा है और एक-एक कर गवाहों की गवाही सामने आने से पूरी कहानी खुलकर सामने आ रही है। हत्या के बाद मुस्कान और साहिल ने सौरभ के शव के टुकड़े करके नीले रंग के ड्रम में भर दिया। इसके बाद ड्रम को सीमेंट से सील कर दिया गया ताकि अंदर की सच्चाई बाहर न आ सके। जब पुलिस ने ड्रम को कटवाया तो उसके अंदर का नज़ारा बेहद खौफनाक था।शव तीन टुकड़ों में बंटा हुआ मिला और सीमेंट की परतें इस राज़ को छुपाए हुए थीं। यह ड्रम ही इस केस की सबसे बड़ी कड़ी साबित हुआ, जिसने मुस्कान और साहिल की करतूत को दुनिया के सामने लाकर रख दिया।बैग में सिर, पन्नी में पंजेड्रम काटने के बाद पुलिस को अंदर दो कपड़े के बैग और एक काली पन्नी मिली। पहला बैग खोलने पर उसमें सौरभ का सिर रखा मिला। दूसरा बैग खोलने पर उसमें उस्तरा मिला, जिसका इस्तेमाल हत्या में हुआ था। काली पन्नी में सौरभ के हाथों के पंजे थे।इतना ही नहीं, शव को छुपाने के लिए आंखों और कानों में सीमेंट भर दिया गया था। यह पूरी स्थिति देखकर मौके पर मौजूद हर शख्स सन्न रह गया था। इस घटना ने इंसानियत को झकझोर दिया।पोस्टमार्टम कर्मचारी का खुलासाइस केस में सबसे अहम गवाही पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारी अशोक कुमार की रही। उन्होंने बताया कि नीला ड्रम काटने में उन्हें करीब 30 मिनट का समय लगा। ड्रम के अंदर शव तीन टुकड़ों में मिला। साथ ही बैग और पन्नी से मिले अंगों का पूरा ब्यौरा उन्होंने कोर्ट में दिया। कोर्ट ने अशोक के बयान पांच पन्नों में दर्ज किए। गवाह ने साफ कहा कि मुस्कान और साहिल ने बेरहमी से सौरभ की हत्या की और उन्हें सख्त सजा मिलनी चाहिए।अगली गवाही 30 सितंबर कोअब तक इस केस में दस गवाहों के बयान दर्ज हो चुके हैं। हर गवाही के साथ आरोपियों की करतूतें और खुलकर सामने आ रही हैं। अब पंचायतनामा भरने वाले एसआई धर्मेंद्र गौड़ को कोर्ट ने 30 सितंबर को तलब किया है। उनकी गवाही भी इस केस में अहम मानी जा रही है।एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि पुलिस ठोस सबूतों और मजबूत पैरवी से इस केस को अंजाम तक पहुंचाएगी और आरोपियों को सख्त सजा दिलाएगी।




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