(रतलाम)जनसुनवाई में आए 83 आवेदनों पर हुई सुनवाई

  • 13-May-25 12:00 AM

रतलाम, आरएनएस, 13 मई। कलेक्ट्रेट कार्यालय में मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर राजेश बाथम ने आवेदकों की समस्याएं सुनी। जनसुनवाई में 83 आवेदन प्राप्त हुए। निराकरण योग्य आवेदनों का मौके पर ही उपस्थित अधिकारियों से निराकरण करवाया गया एवं शेष आवेदनों का समय सीमा में निराकरण करने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर अपर कलेक्टर डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, सीईओ जिला पंचायत श्रृंगार श्रीवास्तव सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।जनसुनवाई में ग्राम ठिकरिया निवासी मदनसिंह ने बताया कि प्रार्थी की कृषि भूमि ग्राम ठिकरिया में ही स्थित है। शासन द्वारा किसानों को किसान सम्मान निधि का लाभ प्रदान किया जा रहा है। प्रार्थी को भी उक्त योजना का लाभ प्राप्त हुआ परन्तु विगत कुछ समय से उक्त योजना का लाभ प्रार्थी को नहीं मिल पा रहा है। इस सम्बन्ध में उचित कार्रवाई कर प्रार्थी को योजना का लाभ प्रदान किया जाए।पिपलौदा तहसील के ग्राम सोहनगढ निवासी भरतलाल ने जनसुनवाई के दौरान बताया कि प्रार्थी की कृषि भूमि ग्राम में ही स्थित है जिस पर आने-जाने का रास्ता सरकारी भूमि पर बना हुआ है। ग्राम के ही एक निवासी द्वारा मेडबंदी कर उक्त रास्ते को बंद कर दिया गया है जिससे प्रार्थी विगत 6 माह से अपने खेत पर नहीं जा पा रहा है। पटवारी तथा गिरदावर से भी बात की परन्तु कोई ध्यान नहीं दे रहा है। बारिश का मौसम समीप है तथा प्रार्थी को अपनी कृशि भूमि पर खेत हांकना है। कृपया खेत पर आने-जाने हेतु रास्ते का शीघ्र निराकरण करवाएं।खातीपुरा रतलाम निवासी रेखा पंवार ने अपने आवेदन में बताया कि प्रार्थिया अपनी माता के साथ एक कच्चे मकान में निवासरत है तथा पति का भी देहांत हो चुका है। नगर निगम द्वारा कच्चे मकान का सम्पत्ति कर करीब 18 हजार रुपए बताया है। प्रार्थिया विधवा होकर जैसे-तैसे अपने परिवार का भरण पोषण करती है तथा इतना रुपया भी नहीं है कि मकान का टैक्स भर सके। निगम द्वारा दिए गए टैक्स की राशि कम करने का आदेश प्रदान करें।ग्राम मेवासा निवासी प्रभु बागरी ने जनसुनवाई के दौरान बताया कि मुझ प्रार्थी के पुत्र की दुर्घटना में आकस्मिक मौत हो चुकी है। परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी मेरे एक मात्र पुत्र पर ही थी। प्रार्थी की तबियत ठीक नहीं होने से मजदूरी भी नहीं मिल पा रही है। साथ ही पुत्रवधु के साथ परिवार का पालन-पोषण करने में काफी दिक्कतो का सामना करना पड रहा है। पुत्र की मृत्यु पश्चात किसी भी प्रकार की आर्थिक सहायता नहीं मिली है। कृपया आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।मोतीनगर रतलाम निवासी शारदाबाई मकवाना ने अपने आवेदन में बताया कि प्रार्थिया गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रही है। विद्युत मण्डल द्वारा विद्युत बिल की राशि 2300 का बिल दे दिया है, जबकि प्रार्थियां के निवास पर विद्युत बल्ब के अलावा अन्य कोई इलेक्ट्रानिक सामान नहीं है। कृपया विद्युत बिल की राशि कम करवाई जाए।




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