(रतलाम)मोक्ष का द्वार खोलती है सामायिक- आचार्य श्री विजय कुलबोधि सूरीश्वरजी म.सा.

  • 29-Oct-23 12:00 AM

- पुणिया श्रावक सामायिक ग्रुप का शुभारंभरतलाम, आरएनएस, 29 अक्टूबर। आचार्य श्री विजय कुलबोधि सूरीश्वरजी म.सा. की निश्रा में रविवार से आगमोद्धारक भवन सेठजी का बाजार में पुणिया श्रावक सामायिक ग्रुप का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर आयोजित हुए प्रवचन में आचार्य श्री ने कहा कि सामायिक वह चीज है, जो मोक्ष का द्वार खोलती है। साधु जीवन पूरा सामायिक है। इसे करने के लिए तीन चीज वातावरण शुद्धि, वस्त्र शुद्धि और विधि शुद्धि का होना आवश्यक है।आचार्य श्री ने कहा कि सामायिक में 48 मिनट के लिए सभी चीजों का त्याग करके बैठते है। इसमें पाप की एक भी प्रवृत्ति नहीं होती है। लाखों का दान करने वाला व्यक्ति साधु जैसा नहीं बन सकता है, लेकिन जो सामायिक करता है, वह साधु जैसा होता है। सामायिक करने के लिए वातावरण शुद्धि, वस्त्र शुद्धि और विधि शुद्धि बहुत आवश्यक है। इसे घर पर करने से जो लाभ नहीं होता है, वह उपाश्रय में करने पर मिलता है।आचार्य श्री ने कहा कि यदि सामायिक के दौरान वातावरण शुद्ध होगा तो मन शुद्ध रहेगा। यदि हम घर पर यह करते है तो पल-पल मन बदलता है। मन की स्थिरता 48 मिनट ही रहती है। इससे ज्यादा समय तक मन स्थिर नहीं रहता है, इसी लिए सामायिक 48 मिनट का होता है। मानव भव में पूरा सप्ताह पाप प्रवृत्तियों में चला जाता है, इसी कारण ज्यादा नहीं तो कम से कम एक सामायिक तो करना ही चाहिए।आचार्य श्री की निश्रा में आरंभ हुए सामायिक में प्रभावना के लाभार्थी गणतंत्रजी कल्याणमलजी मेहता रहे। श्री देवसूर तपागच्छ चारथुई जैन श्रीसंघ गुजराती उपाश्रय, श्री ऋषभदेवजी केशरीमलजी जैन श्वेताम्बर तीर्थ पेढ़ी द्वारा धर्मालुजनों से सप्ताह में अधिक से अधिक सामायिक करके पुण्य लाभ अर्जित करने का आव्हान किया है।




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