(रतलाम)108 महादेव मंदिर पूजन संकल्प यात्रा का समापन 13 जुलाई को

  • 11-Jul-25 12:00 AM

छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय कथा वाचक आचार्य युवराज पांडेय का होगा आगमन 11 जुलाई को सालाखेड़ी से? श्री रूद्र महाकाल सेवा समिति के बैनर तले निरंतर चौथे वर्ष में आयोजन? 108 यजमान द्वारा 108 पार्थिव शिवलिंग का किया जाएगा निर्माण और रुद्राभिषेकरतलाम, आरएनएस, 11, जुलाई। श्री रूद्र महाकाल सेवा समिति के बैनर 108 महादेव मंदिर पूजन संकल्प यात्रा की पूर्णाहुति 13 जुलाई को होगी। आयोजन में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय कथा वाचक आचार्य युवराज पांडेय आ रहे हैं। 12 जुलाई की शाम 4 बजे सालाखेड़ी से भव्य समारोह निकाला जाएगा, जो शहर के विभिन्न मार्गो से होता हुआ श्री गढ़ कैलाश मंदिर अमृत सागर पहुंचेगा।यह जानकारी देते हुए सेवा समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सोनी, सचिव संदीप महाकाल, संयोजक नरेंद्र मेघानी एवं विक्की जैन ने बताया कि सागोद रोड स्थित जैन स्कूल के काश्यप सभागृह में 13 जुलाई को सुबह 7:00 बजे होने वाले आयोजन में दया निधान नर्मदानंद बापजी महाराज, श्रृंगेरी मठ के श्री आत्मानंद सरस्वती जी, महामंडलेश्वर स्वामी श्री देव स्वरूपानंद जी महाराज का परम सान्निध्य प्राप्त होगा। आयोजन के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप रहेंगे। विशेष अतिथि के रूप में महापौर प्रहलाद पटेल, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, भाजपा नेता प्रवीण सोनी मौजूद रहेंगे।पत्रकार वार्ता में मौजूद समिति के पदाधिकारी108 यजमान द्वारा 108 पार्थिव शिवलिंग का होगा निर्माणआयोजन स्थल पर सुबह 7 बजे से ही 108 यजमान द्वारा 108 पार्थिव शिवलिंग का निर्माण किया जाएगा। तत्पश्चात रुद्राभिषेक होगा। आयोजन में राष्ट्रीय कथावाचक युवराज पांडेय के मुखारविंद से विश्व प्रसिद्ध पचरा गीत की प्रस्तुति होगी। इसके साथ ही पंडित अनिरुद्ध मुरारी द्वारा मधुर भजनों की सुंदर प्रस्तुति दी जाएगी। आयोजन के तहत त्रिवेणी वृक्षों के लिए पौधारोपण किया जाएगा। गौ माता की पूजन की जाएगी। यजमानों को विशिष्ट भेंट अतिथियों द्वारा दी जाएगी। गौ, सनातन धर्म, पर्यावरण संरक्षण है समिति का उद्देश्यसमिति के पदाधिकारी ने बताया कि समिति का उद्देश्य देश, गौ, सनातन धर्म, पर्यावरण संरक्षण है। समिति द्वारा शहर सहित आसपास के प्रसिद्ध शिव मंदिरों में पूजन संपर्क का आयोजन 36 दिन का है। 8 जून से पूजन संकल्प यात्रा शुरू हुई है। प्रतिदिन समिति के सदस्य रात 3:00 बजे से उठकर मंदिरों में साफ सफाई पूजा अर्चन करने का कार्य कर रहे हैं। हर दिन तीन शिवालयों में गए। 4 साल से निरंतर यह आयोजन किया जा रहा है। समिति में 6 साल की नन्ही बालिका से लेकर 80 वर्ष के बुजुर्ग भी जोश, जुनून, उत्साह के साथ शामिल हो रहे हैं। ऐसे करीब 120 सदस्य समिति में जुड़े हुए हैं।




Related Articles

Comments
  • No Comments...

Leave a Comment