(रांची)चेडरा पंचायत के श्मशान घाट की स्थिति दयनीय, नहीं है कोई स्थाई रास्ता

  • 13-Dec-24 12:00 AM

गैरमजरूआ खास भूमि की अवैध बिक्री एवं अवैध कब्जे हैं मुख्य कारणविष्णुगढ़/रांची 13 दिसंबर (आरएनएस)। विष्णुगढ़ प्रखंड अंतर्गत चेडरा पंचायत के निवासियों के पास श्मशान घाट जाने का कोई स्थाई रास्ता नहीं, गैरमजरूआ खास जमीनों के अवैध कब्जों की वजह से शव को जैसे तैसे ले जाने को हैं विवश। बता दें कि चेडरा पंचायत अंतर्गत टोला डंगरटोली के पीछे नदी के किनारे स्थित श्मशान घाट की स्थिति काफी लंबे समय से बेहद दयनीय है, स्थानीय ग्रामीण शवों को कंधे में लेकर अस्थाई रास्तों से कभी नदी में डूब कर घाट पहुंचने को विवश हैं तो कभी झाडिय़ों के बीच से जाने को विवश हैं। इस क्रम में शव के साथ अनियंत्रित हो कर गिरने की स्थिति हमेशा बनी रहती है। इसका मुख्य कारण है चेडरा मौज के गैरमजरूआ खास खाता 167 अंतर्गत कई भूमि की भूमाफियों द्वारा अवैध बिक्री एवं कुछ लोगों द्वारा अवैध कब्जा। कई जमीनों को अवैध तरीके से घेरकर जमकर खेती भी की जाती है। हास्यास्पद बात यह है कि उक्त क्षेत्र प्रखंड सह अंचल मुख्यालय से महज दो किमी की दूरी पर स्थित है। इसके साथ ही श्मशान घाट पर बने शेड अपने आप में भ्रष्टाचार की दस्ता बयान कर रहे हैं, साफ-सफाई और रख-रखाव तो बहुत दूर की बात है, शेड के पिलरों में दरार पड़े हुए हैं और छड़ साफ नजर आते हैं। इससे इसकी गुणवत्ता निर्धारित की जा सकती है। निर्माण के बाद केवल हल्के प्लास्टर कर बिना पुट्टी के रफा दफा कर दिया गया है। आस पास झाडिय़ों और गंदगी का अंबार है, गड्ढों से भरे ढलान वाले रस्ते हैं, घाट के किनारे अवैध जमीन कब्जे की वजह से पर्याप्त जगह नहीं है। इसके बाद भी किसी जनप्रतिनिधि की न तो आवाज उठती सुनाई देती है और न ही नजरें उस ओर जाती हैं। आखिर जनसुविधाओं से वंचित इस क्षेत्र के लोगों को कब तक अवैध कार्यों की वजह से अपनी जरूरतों का बलिदान देना पड़ेगा, यह एक बड़ा सवाल है। श्मशान घाट के आस पास बड़ी संख्या में गैरमजरूआ जमीनों पर अवैध कब्जे हैं। जीवित अवस्था में तो इस क्षेत्र के लोग भ्रष्टाचार का दंश झेल ही रहे हैं, परंतु मृत्यु के उपरांत भी भगवान के चरणों तक पहुंचने के लिए विवशता के रास्ते जाना पड़ता है। संबंधित विभाग को उचित और निष्पक्ष जांच कर स्थानीय लोगों को इस समस्या से मुक्ति दिलाने की जरूरत है।




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