(रांची)जैक के अध्यक्ष पद का खाली होना छात्रों के लिए बनी विकट समस्या
- 30-Jan-25 12:00 AM
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रांची-रांची 30 जनवरी (आरएनएस)। झारखंड के शिक्षा क्षेत्र में रिक्त पद एक बड़ी समस्या है, जो न केवल शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित करती है, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों को भी कम करती है। झारखंड पब्लिक सर्विस कमीशन (जेपीएससी) और झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के अध्यक्ष पद वर्तमान में रिक्त हैं, जो शिक्षा क्षेत्र में एक बड़ी चुनौती है।इसके अलावा, झारखंड सरकारी कर्मचारियों की भारी कमी का सामना कर रहा है, जिसमें 3 लाख से अधिक पद रिक्त हैं। यह कमी न केवल शिक्षा क्षेत्र को प्रभावित कर रही है, बल्कि स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे जैसे अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों को भी प्रभावित कर रही है।राज्य सरकार को इन समस्याओं का समाधान करने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। जेपीएससी और जैक में रिक्त पदों को भरना शिक्षा क्षेत्र के सुचारु कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है। सरकार को अन्य क्षेत्रों में रिक्त पदों को भरने के लिए भी काम करना चाहिए ताकि युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए जा सकें।इसके अलावा, राज्य सरकार को बेरोजगारी और पलायन की समस्या का समाधान करने के लिए एक व्यापक योजना विकसित करनी चाहिए। इस योजना में शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार सृजन पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। सरकार को उद्यमिता और नवाचार को प्रोत्साहित करने वाले माहौल का निर्माण करने के लिए भी काम करना चाहिए।वर्तमान में, झारखंड की शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन हैं, उन्हें झारखंड के शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए काम करना चाहिए और रिक्त पदों को भरने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।इसके अलावा, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी इस समस्या का समाधान करने के लिए काम करना चाहिए। उन्हें राज्य के शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए एक व्यापक योजना विकसित करनी चाहिए और रिक्त पदों को भरने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।निष्कर्ष में, झारखंड के शिक्षा क्षेत्र में रिक्त पद एक बड़ी समस्या है, जो न केवल शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित करती है, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों को भी कम करती है। राज्य सरकार को इन समस्याओं का समाधान करने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और रिक्त पदों को भरने के लिए काम करना चाहिए। रिपोर्ट राजेश कुमार ये मेरा निजी विचार है
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