(रांची)शैक्षणिक भ्रमण से वास्तविक परिस्थिति का अनुभव मिलता है :-डॉ सुकल्याण मोइत्रा

  • 22-Dec-24 12:00 AM

रांची 22 दिसंबर (आरएनएस)। विभावि राजनीति विज्ञान विभाग के विद्यार्थी रविवार को शैक्षणिक भ्रमण के लिए रवाना हुए जोन्हा फॉल। इस संबंध में डॉ सुकल्याण मोइत्रा ने बतलाया कि शिक्षा का एक आयाम पर्यटन शिक्षा भी होता है। पर्यटन से प्रकृति के दृश्य रूप का अवलोकन होता है। जिससे ज्ञान का विस्तार होता है। प्राचीन काल की शिक्षण पद्धति में विजुअल पर अधिक फोकस किया जाता था। आज की आधुनिकतम शिक्षण प्रणाली में विद्यार्थी वर्ग को प्रकृति से जितना जोड़ा जाएगा। उतना ही उनके कौतुहल में अधिकाधिक वृद्धि होगी। इसी उद्देश्य से विद्यार्थियों को जलप्रपात के बीच ले जाकर नदियों के उद्गम, पारिस्थितिक तंत्र, पर्यावरण का जीवन पर प्रभाव सहित कई विषयों के बारे में अवगत कराया गया। इसके अलावा कई प्रकार की वनस्पतियों के बारे में भी विद्यार्थियों को जानकारी दी गई। इस संबंध में डॉ अजय बहादुर सिंह ने बताया कि भारत की सबसे खूबसूरत जलप्रपातों में शुमार जोन्हा फॉल एक शानदार झरना है. यहां 43 मीटर की ऊंचाई से गिरता पानी काफी आकर्षक नजर आता है. यह जगह न केवल एक पर्यटन स्थल के रूप में बल्कि तीर्थ स्थल के रूप में भी मशहूर है. माना जाता है कि गौतम बुद्ध ने जोन्हा फॉल में आकर स्नान किया था और ध्यान लगाया था, इस कारण इसे गौतमधारा भी कहा जाता है. जोन्हा में बौद्ध धर्म से जुड़े कई प्रतीक मौजूद हैं जिसमें पहाड़ी के ऊपर स्थित प्राचीन बुद्ध मंदिर भी शामिल है. यह जगह बौद्ध धर्म के लोगों के लिए तीर्थ स्थल के रूप में विख्यात है. डॉ प्रमोद कुमार ने बतलाया कि पुस्तकों के माध्यम से विद्यार्थियों को जिन विषयों की जानकारी दी जाती है, शैक्षणिक भ्रमण से वह वास्तविक परिस्थिति से परिचित होते हैं. छात्रों की आलोचनात्मक सोच विकसित होती है।आपसी सहयोग की भावना बढ़ती हैं। बच्चों के मानसिक विकास होता है। विद्यार्थी को ज्यादा लाभ मिलता है। वहीं, रुखसाना बानो ने बतलाई की शैक्षणिक कार्यों में भ्रमण का विशेष महत्व है।इससे विद्यार्थियों को स्थलों पर जाकर विभिन्न विषयों को सूक्ष्मता से अवलोकन करने का मौका मिलता है। विद्यार्थियों में ज्ञान की वृद्धि होती है। साथ ही विद्यार्थियों ने इस भ्रमण में पिकनिक (वनभोज) का भी आनंद लिया। शैक्षणिक भ्रमण में कई शिक्षक राजनीतिक विज्ञान विभाग के विभागाअध्यक्ष डॉ सुकल्याण मोइत्रा, डॉ प्रमोद कुमार,डॉ अजय बहादुर सिंह, रुखसाना बानो, महेंद्र कुमार, धर्मेंद्र कुमार, रवि कुमार विश्वकर्मा, विकास कुमार यादव के साथ कई विद्यार्थी रंजीत कुमार पंडित,वीरेंद्र शर्मा,सागर कुमार, शिव कुमार ,नरेश हेमरोम,राजन कुमार , पीयूष कुमार,प्रवीण कुमार, आंचल सिंह,तृप्ति कुमारी, सुहानी कुमारी,विद्या कुमारी, सोनल सिंह, निशु कुमारी, लुबना आरफीन, प्रतिमा कुमारी,कुमारी गंगादास, लक्ष्मी कुमारी, प्रिया कुमारी, किरण कुमारी और कई अन्य विद्यार्थी शामिल थे।




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