(रामगढ़)सदर अस्पताल रामगढ़ में डायलिसिस सेन्टर का हुआ शुभारंभ

  • 03-Jan-25 12:00 AM

रामगढ़ 3 जनवरी (आरएनएस)। सदर अस्पताल रामगढ़ में डायलिसिस सेन्टर का उद्घाटन सह शुभारंभ सांसद हजारीबाग मनीष जयसवाल विधायक रामगढ़ ममता देवी,20 सूत्री अध्यक्ष दिनेश मुण्डा, जिला परिषद अध्यक्ष सुधा चौधरी, उप विकास आयुक्त रोबिन टोप्पो,सिविल सर्जन डॉ महालक्ष्मी प्रसाद एवं उपाधीक्षक डॉ ठाकुर मृत्युंजय कुमार सिंह के द्वारा संयुक्त रूप से सदर अस्पताल रामगढ़ के परिसर में किया गया।इस दौरान सांसद ने कहा कि डायलिसिस एक ऐसा प्रक्रिया है कि इसे सप्ताह में 2-3 बार किया जाता है जिसमें काफी खर्च होता है और ये खर्च गरीबो के लिए वहन कर पाना संभव नहीं है। सदर अस्पताल रामगढ़ में डायलिसिस सेवा की शुरूआत एक अच्छी पहल है जो हर गरीब के लिए संभव हो पायेगा।वहीं ममता देवी ने कहा कि नव वर्ष के आगमन के साथ ही रामगढ़ जिला-वासियो को यह सौगात मिला।उन्होने कहा कि इसके वेहतर संचालन के लिए प्रशिक्षित चिकित्सक एवं तकनिशियन तथा अन्य सहयोगी मानवबल भी रखा जाना चाहिए साथ ही उन्होने सबसे सहयोग की भी अपील की।सिविल सर्जन रामगढ़ के द्वारा बताया गया कि हर वर्ग के लोगों को यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि डायलिसिस सेवा 24ङ्ग7 चलाई जायेगी परन्तु अभी ये सिर्फ दिन में चलाया जायेगा।उप विकास आयुक्त ने कहा कि डायलिसिस सेवा के सूचारू रूप से संचालन के लिए जिला प्रशासन भी हर संभव सहयोग करेगा ताकि जिले कि आम जनता का यह सेवा असानी से उपलब्ध हो सके।सदर अस्पताल रामगढ़ में संचालित होने वाले इस डायलिसिस सेन्टर में क्चक्करु एवं आयुष्मान में मरीजों को नि:शुल्क उपचार किया जायेगा तथा अन्य मरीजों को सरकारी दर पर डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध रहेगी।किसी भी स्वस्थ शरीर में किडनी का काम होता है रक्त को साफ करना और शरीर में अतिरिक्त पानी को पेशाब के रूप में शरीर से बाहर निकालना किडनी शरीर में कुछ ऐसे भी पदार्थ बनाती है जो हमारे शरीर के सुचारू रूप से काम करने के लिए बहुत जरूरी होते है पर अगर किसी कारण किडनी अपना काम ठीक से नहीं कर पाती है तो डायलिसिस के माध्यम से वही काम किया जाता है।अगर किसी बीमारी के वजह से किडनी का फंक्शन मात्र 10 से 15 प्रतिशत ही रह गया है या किडनी कमजोर पड गई है तो ऐसे में किडनी शरीर से वेस्ट प्रोडक्ट जैसे कि यूरिया और अतिरिक्त पानी निकाल नहीं पाती है जिससे उल्टी होना, पूरे शरीर में सूजन होना और थकाना होना, जैसे दिखने लगते है जब किडनी इस तरह के कमजोर पड जाती है तब डायलिसिस कि जरूरत पडती है।मौके पर डॉ0 स्वराज (ष्ठञ्जह्र), डॉ अजय चौधरी (ष्ठरूह्र), डॉ तुलिका रानी (ष्ठरुह्र). डॉ उदय श्रीवास्तव (सर्जन), विजय कुमार (ष्ठक्करू) भोला शंकर गुप्ता (ष्ठ्ररू), सुनील कुमार मधुकर, (क्रद्गद्दद्बशठ्ठड्डद्य ष्टशशह्म्स्रद्बठ्ठड्डह्लशह्म् ढ्ढश्वष्ट),चन्द्रशेखर महतो (ष्ठ॥रू) एवं अन्य स्वाथ्य कर्मी, भी उपस्थित थे।




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