(रायपुर)आदि कर्मयोगी अभियान से जनजातीय गांवों में आएगा जमीनी बदलाव, मुख्यमंत्री ने किया आदि सेवा पखवाड़ा का शुभारंभ

  • 17-Sep-25 03:07 AM

रायपुर, 17 सितंबर (आरएनएस): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस के अवसर पर रायपुर के सड्डू स्थित प्रयास आवासीय विद्यालय में मुख्यमंत्री ने आदि सेवा पखवाड़ा की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि आदि कर्मयोगी अभियान जनजातीय गांवों में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं और दीर्घायु होने की कामना की। कार्यक्रम में अनुसूचित जाति विकास मंत्री, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने बताया कि इस अभियान के तहत सभी जनजातीय गांवों के लिए "ट्राइबल विजन डॉक्यूमेंट 2030" तैयार किया जाएगा, जो उनके दीर्घकालिक विकास की रूपरेखा बनेगा। यह दस्तावेज आगामी 2 अक्टूबर को ग्राम सभाओं में अनुमोदित किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अभियान का राष्ट्रीय शुभारंभ मध्यप्रदेश के धार से किया है। अभियान का उद्देश्य जनजातीय गांवों में नेतृत्व क्षमता को विकसित करना है। इसके लिए ऐसे वालंटियर चिन्हांकित किए जाएंगे, जो गांव के विकास के लिए विजन रखते हों और उसे ज़मीन पर लागू कर सकें। पूरे देश में 20 लाख वालंटियर तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें से छत्तीसगढ़ के 6,650 गांवों में 1.33 लाख वालंटियर तैयार किए जाएंगे।

प्रदेश में आदि सेवा केंद्र भी स्थापित किए जा रहे हैं, जहां ग्रामीण सरकारी सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे और अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय समाज की विरासत हमेशा गौरवशाली रही है। राज्य सरकार वीरनारायण सिंह और गुंडाधुर जैसे जनजातीय नायकों से प्रेरणा लेकर कार्य कर रही है। नवा रायपुर में जनजातीय नायकों की स्मृतियों को सहेजने के लिए म्यूजियम बनाया जा रहा है, वहीं ट्राइबल म्यूजियम में जनजातीय संस्कृति की सुंदर झलक देखने को मिलती है।

प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई पीएम जनमन योजना और धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष ग्राम अभियान के तहत मिलने वाले बजट से तेज़ी से काम किया जा रहा है। जो क्षेत्र अब तक विकास से अछूते थे, वहाँ अब आदि कर्मयोगी अभियान के माध्यम से विकास पहुँचाया जाएगा और हर घर को मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा।

**6.2 करोड़ की छात्रवृत्ति और भोजन सहायता राशि का ऑनलाइन अंतरण**

ईस मौके पर मुख्यमंत्री ने आदिम जाति विकास, अनुसूचित जाति विकास और पिछड़ा वर्ग विभाग की योजनाओं के अंतर्गत 8,370 विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति और भोजन सहायता योजना के तहत 6 करोड़ 2 लाख 19 हजार रुपये की राशि का ऑनलाइन अंतरण किया।

**"एक पेड़ मां के नाम 2.0" के तहत पौधरोपण**

विद्यालय परिसर में मुख्यमंत्री ने "एक पेड़ मां के नाम 2.0" अभियान के तहत जामुन का पौधा रोपा। इस दौरान विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई रंगोली और पेंटिंग प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। बच्चों ने मुख्यमंत्री की पेंटिंग भेंट की, जिसे उन्होंने सराहा।

**विशेष पिछड़ी जनजाति के बच्चों के साथ भोजन**

मुख्यमंत्री ने सड्डू स्थित प्रयास विद्यालय में बैगा जनजाति के छात्र किशन बैगा और छात्रा अंजुला बैगा के साथ भोजन किया। दोनों छात्र मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले से हैं और कक्षा 11वीं और 12वीं में पढ़ रहे हैं। बातचीत के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री जनमन योजना की जानकारी भी साझा की। मुख्यमंत्री ने उन्हें मन लगाकर पढ़ाई करने की प्रेरणा दी।

**अभियान से जुड़ी अन्य बातें**

* प्रदेश के 6,650 गांवों में 1.33 लाख आदि साथी और सहयोगी तैयार किए जाएंगे

* ये सहयोगी स्थानीय भाषा में संवाद कर समस्याएं समझेंगे और विकास की दिशा तय करेंगे

* आगामी राज्योत्सव तक 50 हजार आदि कर्मयोगी तैयार करने का लक्ष्य

* छात्रवृत्ति की समय-सीमा तय, राशि सीधे खातों में पहुँचेगी

यह अभियान जनजातीय समाज के सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है, जो न केवल विकास को गति देगा, बल्कि सामाजिक समावेश को भी बढ़ावा देगा।




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