
(रायपुर)स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान‘‘ के अंतर्गत सुदूर अंचलों तक पहुँची विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएँ
- 23-Sep-25 09:31 AM
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**पीएम-जनमन क्षेत्रों में विशेष शिविरों के माध्यम से हजारों जनजातीय हितग्राही हुए लाभान्वित**
रायपुर, 23 सितम्बर (आरएनएस): केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की महत्त्वाकांक्षी पहल "स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान" के अंतर्गत आज प्रदेशभर में प्रधानमंत्री जनजातीय न्याय मिशन (PM JANMAN) क्षेत्रों में विशेष स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया। इन शिविरों के माध्यम से विशेष रूप से पिछड़ी जनजातीय समूहों (PVTGs) सहित हजारों लोगों को समर्पित स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की गईं। यह आयोजन प्रदेश सरकार की जनजातीय स्वास्थ्य सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
छत्तीसगढ़ में अभियान की आज की थीम के अनुरूप विशेष रूप से पीवीटीजी क्षेत्रों में मोबाइल मेडिकल यूनिट्स (MMUs) के माध्यम से व्यापक स्तर पर सेवाएं उपलब्ध कराई गईं। राज्य के 24 ज़िलों में कुल 85 स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए। 51 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स की सक्रिय भागीदारी से 1,815 पीवीटीजी हितग्राहियों सहित कुल 7,825 लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया।
विशेषज्ञ चिकित्सकों और प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों की टीमों ने शिविरों में समग्र स्वास्थ्य जांच, परामर्श और उपचार सेवाएँ प्रदान कीं।
प्रमुख आंकड़े निम्नानुसार हैं:
**सामान्य ओपीडी उपचार:** 2,118 लोग
**हाईपरटेंशन (बीपी) जांच:** 1,020 लोग
**मधुमेह स्क्रीनिंग:** 1,108 लोग
**एनीमिया जांच (महिलाएं):** 878
**गर्भवती और प्रसवोत्तर महिलाएं (ANC/PNC):** 260
**मलेरिया जांच:** 210
**सिकल सेल जांच:** 340
**टीबी जांच:** 112
**कैंसर स्क्रीनिंग (मुख, स्तन, ग्रीवा):** 150 महिलाएं
**टीकाकरण सेवाएं:** 185 बच्चे
**परिवार नियोजन सेवाएं:** 145 महिलाएं
**मानसिक स्वास्थ्य परामर्श:** 80 लोग
**आयुष एवं वेलनेस सेवाएं:** 60 लोग
मासिक धर्म स्वच्छता को लेकर विशेष जागरूकता सत्र भी आयोजित किए गए, जिनमें किशोरियों और महिलाओं को स्वच्छता प्रबंधन, सैनिटरी नैपकिन के उपयोग और संक्रमण से बचाव जैसे विषयों पर जानकारी दी गई। यह प्रयास केवल उपचार तक सीमित न रहकर महिलाओं के स्वस्थ और गरिमामय जीवन की दिशा में एक ठोस कदम साबित हो रहा है।
स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ इन शिविरों में समुदायों को पोषण, जीवनशैली में सुधार और नियमित स्वास्थ्य जांच की महत्ता पर भी मार्गदर्शन दिया गया।
यह अभियान राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की एक दूरदर्शी पहल है, जो आदिवासी बहुल और सुदूरवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले समुदायों को सशक्त और स्वास्थ्य-संपन्न बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। महिलाओं के स्वास्थ्य को केंद्र में रखकर चलाया जा रहा यह कार्यक्रम सम्पूर्ण परिवार और समुदाय के समग्र विकास की नींव रख रहा है।
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