(रायपुर) आदर्श विद्यालय में टीका और कलावा पर आपत्ति, बाल आयोग ने जताई कड़ी नाराजगी

  • 30-Sep-25 10:33 AM

रायपुर, 30 सितंबर (आरएनएस)। राजधानी रायपुर के मोवा क्षेत्र स्थित एक आदर्श विद्यालय में छात्रों के माथे पर टीका लगाने और हाथ में कलावा (मौली) बांधने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। विद्यालय प्रबंधन द्वारा बच्चों को ऐसा करने से रोकने पर बाल अधिकार आयोग ने सख्त रुख अपनाया है।

छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा ने इस मामले को बच्चों की धार्मिक स्वतंत्रता के हनन के रूप में देखा है। उन्होंने कहा कि यह भारत के संविधान द्वारा दिए गए मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है, जो किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।

आयोग ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए विद्यालय प्रबंधन को नोटिस जारी किया है। बाल अधिकार संरक्षण आयोग अधिनियम, 2005 की धारा 13(ज) और 14 के तहत मिली शक्तियों का प्रयोग करते हुए स्कूल को निर्देशित किया गया है कि वह आयोग के समक्ष व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर लिखित पक्ष प्रस्तुत करे।बाल आयोग ने स्पष्ट किया है कि वह बच्चों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और किसी भी ऐसे कदम के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा, जो बच्चों की धार्मिक, सामाजिक या मानसिक स्वतंत्रता में हस्तक्षेप करता हो। आयोग ने यह भी कहा कि बच्चों को अपनी आस्था और परंपराओं का पालन करने की पूरी स्वतंत्रता होनी चाहिए, और संस्थाओं को इसमें बाधा नहीं डालनी चाहिए।
0

 




Related Articles

Comments
  • No Comments...

Leave a Comment