(रायपुर) छत्तीसगढ़ में बिकने वाली की 10 दवाओं की क्वालटी सही नहीं, 

  • 26-Oct-25 03:29 AM

00देशभर में 112 दवाइयां अमानक घोषित, सीडीएससीओ की रिपोर्ट से मचा हड़कंप
रायपुर : 26 अक्टूबर (आरएनएस )। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) द्वारा सितंबर 2025 में जारी औषधि गुणवत्ता रिपोर्ट ने देशभर में हड़कंप मचा दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, 112 दवाओं के नमूने क्वालिटी टेस्ट में फेल हुए हैं, जबकि एक दवा नकली (स्श्चह्वह्म्द्बशह्वह्य) पाई गई है। चौंकाने वाली बात यह है कि नकली पाई गई यह दवा छत्तीसगढ़ से संबंधित है। राज्य में कुल 10 दवाओं के सैंपल गुणवत्ता मानकों पर खरे नहीं उतर सके हैं।सीडीएससीओ और राज्य औषधि प्रयोगशालाओं की संयुक्त जांच में पाया गया कि 52 नमूने केंद्रीय प्रयोगशालाओं में और 60 नमूने राज्य प्रयोगशालाओं में अमानक (हृस्क्त) घोषित किए गए। छत्तीसगढ़ की स्थिति और भी चिंताजनक रही, क्योंकि यहां एल्बेंडाजोल के चार अलग-अलग बैच लगातार फेल पाए गए। यह कृमिनाशक दवा है, जिसका निर्माण एएफएफवाई पैरेंटेरल्स (्रस्नस्नङ्घ क्कड्डह्म्द्गठ्ठह्लद्गह्म्ड्डद्यह्य) कंपनी द्वारा किया गया था।सभी एल्बेंडाजोल सैंपल डिजोल्यूशन टेस्ट (ष्ठद्बह्यह्यशद्यह्वह्लद्बशठ्ठ ञ्जद्गह्यह्ल) में फेल हुए — यानी दवा शरीर में घुलकर अपेक्षित प्रभाव नहीं डाल रही थी। विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसी दवाएं मरीजों के लिए अप्रभावी होने के साथ-साथ नुकसानदेह भी साबित हो सकती हैं।इसी रिपोर्ट में मैकलियोड्स फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड की एक क्रीम — जिसमें क्लोबेटासोल, नियोमाइसिन और माइकोनाजोल शामिल हैं — को स्श्चह्वह्म्द्बशह्वह्य (नकली) घोषित किया गया है। यह क्रीम फंगल इन्फेक्शन के इलाज में दी जाती है। जांच में पाया गया कि यह उत्पाद असली ब्रांड की नकल कर बनाया गया था और इसे बनाने वाली कंपनी के पास वैध लाइसेंस भी नहीं था।छत्तीसगढ़ की अन्य दवाओं में भी गंभीर गुणवत्ता दोष मिले हैं। एमोक्सिलीन टैबलेट (बैच ष्टञ्ज2193), जो सर्दी-खांसी और बैक्टीरियल संक्रमण में उपयोग की जाती है, ्रह्यह्यड्ड4 ञ्जद्गह्यह्ल में फेल पाई गई। इसका अर्थ है कि दवा में सक्रिय तत्व की मात्रा निर्धारित मानक से कम थी।




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