(रायपुर) छत्तीसगढ़ में रेत के दाम बेकाबू, एक महीने में बढ़े 7 से 9 रुपए प्रति फुट, निर्माण कार्यों पर असर
- 11-Jul-25 06:22 AM
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रायपुर, 11 जुलाई (आरएनएस)। प्रदेश में रेत की कीमतों में बीते एक महीने के भीतर जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 15 जून से पहले जो रेत 11 से 13 रुपए प्रति फुट के हिसाब से मिल रही थी, अब वही रेत 18 से 20 रुपए प्रति फुट में बिक रही है। बाजार सूत्रों के अनुसार, एक हाईवा ट्रक में करीब 800 फुट रेत आती है, ऐसे में थोक खरीदारों से लेकर आम उपभोक्ताओं तक सभी पर महंगाई का असर साफ दिखाई दे रहा है।
रेत के साथ-साथ लाल ईंट और गिट्टी की कीमतों में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। लाल ईंट में करीब 20 से 30 पैसे प्रति पीस की बढ़त हुई है, जबकि गिट्टी की कीमतें भी ऊपर चढ़ी हैं।
रेत घाट बंद, लेकिन अवैध भंडारण से हो रही आपूर्ति
दरअसल, खनिज विभाग ने 15 जून से प्रदेश भर में सभी रेत घाटों को बंद कर दिया है और रेत के उत्खनन व परिवहन पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। लेकिन प्रतिबंध लगने से पहले बड़े पैमाने पर रेत का स्टॉक कर लिया गया, जिसमें काफी मात्रा में अवैध भंडारण भी शामिल है। सूत्रों की मानें तो इस अवैध भंडारण से अब भी रेत की आपूर्ति जारी है। हालांकि खनिज विभाग और जिला प्रशासन ने कुछ जगहों पर कार्रवाई भी की, जैसे कि रायपुर जिले के आरंग क्षेत्र में, लेकिन जब्त रेत भी धीरे-धीरे बाजार में बेची जा चुकी है। बलौदाबाजार जिले से सबसे ज्यादा अवैध उत्खनन और भंडारण की शिकायतें सामने आई हैं। महासमुंद और धमतरी जिलों में भी ऐसी गतिविधियों की सूचनाएं हैं।
निर्माण लागत बढ़ी, उपभोक्ता परेशान
रेत की कीमतों में आई इस अचानक बढ़ोतरी से आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है। बरसात के मौसम में घरों में प्लास्टर और टाइल्स का काम आमतौर पर किया जाता है, जिनमें रेत की जरूरत पड़ती है। लेकिन अब महंगी रेत के चलते निर्माण लागत में इजाफा हो गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि रेत घाटों पर प्रतिबंध आगामी 15 अक्टूबर तक रहेगा। ऐसे में सितंबर और अक्टूबर में रेत की कीमत और बढ़ सकती है। अंदेशा जताया जा रहा है कि रेत के दाम 40 रुपए प्रति फुट तक पहुंच सकते हैं।
इस स्थिति के पीछे वजह बताई जा रही है कि वर्तमान सरकार ने खनिज नीति में कोई बदलाव नहीं किया है और पिछली सरकार की नीलामी नीति को ही जारी रखा है। इससे बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है और अवैध व्यापारियों को फायदा मिल रहा है।
बंछोर
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