(रायपुर) छत्तीसगढ़ में 2161 करोड़ का शराब घोटाला: दो बड़े नेताओं को हर माह 20 करोड़ की अदायगी, 1500 करोड़ -1पार्टी फंडÓ में जाने का दावा
- 02-Jul-25 05:51 AM
- 0
- 0
रायपुर, 02 जुलाई (आरएनएस)। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा की पूरक चार्जशीट ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। दस्तावेजों के मुताबिक, घोटाले से जुड़ी रकम में से हर माह दो बड़े राजनेताओं को 10-10 करोड़ रुपये की राशि दी जाती थी। इन नेताओं में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा का नाम सामने आया है, जबकि दूसरे नेता की पहचान गुप्त रखी गई है।
चार्जशीट में यह भी दावा किया गया है कि इस पूरे नेटवर्क से निकले 1500 करोड़ रुपये 'पार्टी फंडÓ के नाम पर दिए गए। हालांकि, इस बात का कहीं स्पष्ट उल्लेख नहीं है कि यह फंड किस पार्टी को मिला। जांच एजेंसी इस दिशा में आगे की जांच में जुटी है। ईओडब्ल्यू के अनुसार, यह घोटाला फरवरी 2019 में शुरू हुआ। प्रारंभ में डिस्टलरी से हर माह करीब 800 पेटी अवैध शराब ट्रकों के माध्यम से सप्लाई की जाती थी, जिसे 2840 रुपये प्रति पेटी बेचा जाता था। कुछ समय बाद यह आपूर्ति बढ़ाकर 400 ट्रक प्रति माह कर दी गई और शराब की प्रति पेटी कीमत 3880 रुपये तय की गई। जांच में सामने आया है कि सालभर में करीब 60 लाख से अधिक पेटियों की अवैध बिक्री की गई। इस काम के लिए राज्य को आठ जोन में बांटा गया और 15 जिलों को विशेष रूप से इस अवैध कारोबार के लिए चुना गया। इन जिलों की शराब दुकानों में फैक्ट्री से ही नकली होलोग्राम लगाकर शराब भेजी जाती थी। ईओडब्ल्यू की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस पूरे सिंडिकेट में कई कारोबारी और कंपनियां भी शामिल थीं। अरविंद सिंह के भतीजे अमित सिंह, अनुराग ट्रेडर्स के अनुराग द्विवेदी, सत्येंद्र प्रकाश गर्ग और नवनीत गुप्ता जैसे नाम शामिल हैं, जो ओवर बिलिंग और बिना बिल के शराब की आपूर्ति करते थे। अमित सिंह, दीपक दुआरी और प्रकाश शर्मा मिलकर डुप्लीकेट होलोग्राम की सप्लाई करते थे। वहीं, कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया की सुमित फैसिलिटीज कंपनी के कर्मचारी इन नकली होलोग्राम को शराब की बोतलों पर लगाते थे। इसके बदले में प्रति होलोग्राम 8 पैसे का कमीशन वसूला जाता था। ईओडब्ल्यू ने इस घोटाले की तह तक पहुंचने के लिए जांच तेज कर दी है और जल्द ही और बड़े नामों का खुलासा होने की संभावना है।
बंछोर
000
Related Articles
Comments
- No Comments...